देश में कहीं भी कोई प्राकृतिक आपदा आए तो सबसे पहले राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) को बुलाया जाता है। बाढ़ हो, भूकंप हो, बादल फटने की घटना हो या कोई अन्य आपदा, NDRF के जवान लोगों की जान बचाने और उन्हें सुरक्षित जगहों तक पहुंचाने के लिए अपनी जान झोंक देते हैं। NDRF आपदाओं से निपटने के लिए गठित एक विशेष दल है। इसमें शामिल होने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) यानी पैरामिलिट्री फोर्स का हिस्सा होना पड़ता है।
NDRF का गठन वर्ष 2005 में आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं या किसी भी अन्य प्रकार की आपदाओं से निपटना है। यह बल गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अंतर्गत संचालित होता है। NDMA के अध्यक्ष देश के प्रधानमंत्री होते हैं।
CAPF भारत के सबसे बड़े अर्द्ध-सैनिक बल है। इसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), सशस्त्र सीमा बल (SSB) शामिल हैं। इन्हीं में काम करने वाले जवानों का एनडीआरएफ के लिए चयन किया जाता है।
यह भी पढ़ें- मणिपुर में NH02 खोलने पर सहमति, केंद्र ने कुकी-जो से क्या समझौता किया?
संरचना
CAPFs से प्रतिनियुक्ति पर आए जवान ही NDRF का हिस्सा बनते हैं। इसमें सीधी भर्ती नहीं की जाती। पैरामिलिट्री फोर्स में शामिल होने के बाद ही किसी को NDRF के लिए चुना जाता है। NDRF में कुल 15 बटालियन हैं और हर बटालियन में 1149 जवान होते हैं। देश की जरूरत और संवेदनशीलता को देखते हुए ये बटालियनें पूरे देश में 16 अलग-अलग स्थानों पर तैनात हैं।
यह भी पढ़ें- दिल्ली में कश्मीर गेट तक आ गया यमुना का पानी, कौन-कौन से इलाके डूबे?
CAPF में कैसे चयन होता है?
CAPF परीक्षा में सेलेक्शन प्रोसेस के कुल तीन चरण होते हैं। सबसे पहले लिखित परीक्षा (पेपर-1 और पेपर-2), फिर फिजीकल परीक्षा (PET) और चिकित्सा परीक्षण और अंत में एक इंटरव्यू होता है। इन सभी चरणों को सफलतापूर्वक पार करने वाले उम्मीदवारों को ही अंतिम रूप से CAPF के विभिन्न पदों पर नियुक्त किया जाता है।
NDRF और SDRF में अंतर
NDRF भारत सरकार द्वारा स्थापित एक राष्ट्रीय स्तर का विशेष बल है, जबकि SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) राज्य स्तर पर कार्य करता है NDRF बड़ी और गंभीर प्राकृतिक आपदाओं में राष्ट्रीय स्तर पर बचाव और राहत अभियान चलाता है, वहीं SDRF अपने राज्य में स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबंधन में मदद करता है। NDRF, SDRF को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में सहायता प्रदान करता है।