हथिनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने का असर अब दिल्ली में दिखने लगा है। बुधवार को यमुना का जलस्तर 207 मीटर के लेवल को पार कर गया है। अधिकारियों का कहना है कि यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है। हालांकि बाढ़ का पानी दिल्ली के कई इलाकों में घुसने लगा है। यमुना में उफान के बाद नोएडा के सेक्टर 167 में बाढ़ का पानी घुस गया है।
दिल्ली में कश्मीरी गेट तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। वासुदेव घाट के आसपास के इलाके जलमग्न हैं। मयूर विहार फेज-1 में भी पानी जमा है। उधर, बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय तक पहुंच गया है। यहां सीएम, मंत्रियों और अधिकारियों के दफ्तर हैं। गीता कॉलोनी श्मशान घाट और निगमबोध घाट भी पानी में डूबे हैं।

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चंदगी राम अखाड़े के पास सिविल लाइंस, मठ बाजार, यमुनाबाजार, मोनेस्ट्री मार्केट और कश्मीरी गेट के पास मरघट वाले हनुमान मंदिर तक बाढ़ का पानी भरा है। दिल्ली के राजस्व विभाग के मुताबिक अभी तक लगभग 8018 लोगों शिविरों में पहुंचाया गया है। 2,030 लोगों को 13 स्थायी शिवरों पर भेजा गया है।

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सिविल लाइंस में स्थित स्वामी नारायण मंदिर भी बाढ़ की जद में है। अलीपुर इलाके में एनएच-44 का हिस्सा धंस गया है। पानी भरने के कारण निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार नहीं किया जा रहा है। लोग गीता घाट पहुंच रहे हैं। यहां सड़क पर अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इस बीच पुराने वजीराबाद पुल पर वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है। यमुना बाजार में एनडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव में जुटी हैं।
जाम में घंटों जूझे लोग
बारिश और यमुना में आई बाढ़ के कारण दिल्ली के कई इलाको में गुरुवार को जाम देखने को मिला। कश्मीरी गेट, रिंग रोड, आउटर रिंग रोड और कालिंदी कुंज इलाके में वाहनों की रफ्तार थम सी गई। लोगों को घंटों जाम से जूझना पड़ा। कुछ लोगों ने अपने वाहन की बजाय मेट्रो से दफ्तर जाना उचित समझा। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने चंदगी राम अखाड़ा से राजघाट की ओर जाने वाले यात्रियों से वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की अपील की। जलभराव की वजह से वजीराबाद, आईएसबीटी, सराय काले खां और आश्रम की तरफ जाने वाली सड़कों पर लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिलीं।