एक तरफ भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें तबाह कर दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में घुसकर इस हमले को अंजाम दिया है। दूसरी तरफ, नक्सलवाद के खिलाफ भी निर्णायक जंग जारी है। छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बॉर्डर पर मौजूदा करेगुट्टा हिल्स पर जारी एनकाउंटर में आज कुल 22 नक्सलियों को मार गिराया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों और छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित पहाड़ियों में 21 अप्रैल को ‘मिशन संकल्प’ नाम से अभियान शुरू किया गया, जिसमें लगभग 24 हजार जवान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसी अभियान के तहत बुधवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें 22 से अधिक नक्सलियों को ढेर कर दिया गया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इससे पहले सोमवार को सुरक्षाबलों ने एक वर्दीधारी महिला नक्सली को मार गिराया था और घटनास्थल से हथियार और अन्य सामान बरामद किए थे। वहीं, 24 अप्रैल को तीन महिला नक्सली के शव बरामद किए गए थे।
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बीजापुर में क्या चल रहा है?
अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिले के दक्षिण पश्चिम सीमावर्ती क्षेत्र के जंगल में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना के बाद सुरक्षा बल के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि बताया कि बस्तर क्षेत्र में शुरू किए गए सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियानों में से एक इस अभियान में जिला रिजर्व गार्ड, बस्तर फाइटर्स और छत्तीसगढ़ पुलिस के एसटीएफ, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा) के जवान समेत विभिन्न इकाइयों के जवान शामिल हैं।
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अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान अंतरराज्यीय सीमा पर बीजापुर (छत्तीसगढ़) और मुलुगु तथा भद्राद्री-कोठागुडेम (तेलंगाना) के दोनों ओर लगभग आठ सौ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले दुर्गम इलाके और घने जंगल में जारी है। यह स्थान राजधानी रायपुर से 450 किलोमीटर दूर है।