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'वोट चोरी' के खिलाफ एकजुट विपक्ष, संसद से चुनाव आयोग तक प्रदर्शन

कांग्रेस चुनाव आयोग पर धांधली का आरोप लगा रहा है। अब विपक्षी दलों के नेता भी राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के खिलाफ चलाए जा रहे कैंपेन में शामिल हो रहे हैं। संसद के दोनों सदनों में हंगामा होने के आसार हैं।

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दिल्ली में सांसदों का विरोध प्रदर्शन। (Photo Credit: PTI)

25 विपक्षी दलों के 300 से ज्यादा सांसद सोमवार को दिल्ली में संसद से चुनाव आयोग के दफ्तर तक पैदल मार्च कर रहे हैं। इंडिया ब्लॉक के सांसद 2024 के लोकसभा चुनाव में कथित 'वोट चोरी' और बिहार में चल रहे मतदाता सूची संशोधन (SIR) के खिलाफ विरोध करेंगे। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, AAP, लेफ्ट, आरजेडी, एनसीपी (एसपी), शिवसेना (यूबीटी) और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे दल इस रैली में शामिल हुए हैं। यह विरोध प्रदर्शन सुबह 11.30 पर संसद के मकर द्वार से शुरू हुआ है। अखिलेश यादव, महुआ मोइत्रा और कई नेता बैरिकेड फांदकर प्रदर्शन में आगे बढ़ गए हैं। कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है। 

दिल्ली पुलिस ने कहा है कि मार्च को चुनाव आयोग के दफ्तर तक जाने की इजाजत नहीं मिलेगी, क्योंकि इसके लिए कोई औपचारिक अनुमति नहीं मांगी गई है। यह मार्च इंडिया गठबंधन के बैनर तले नहीं हो रहा है। राहुल गांधी इस मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। वह विपक्ष की इस रैली में सबसे आगे चल रहे हैं। उनके साथ उनकी पार्टी के सांसद भी हैं। इंडिया ब्लॉक के सांसदों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि बिना इजाजत यह विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया है।  

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कौन-कौन हिरासत में हैं?

दिल्ली पुलिस ने INDIA ब्लॉक के कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में लिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, संजय राउत और सागरिका घोष जैसे नेताओं को हिरासत में लिया गया है। 25 दलों के 300 से ज्यादा सांसद इस मार्च में शामिल हैं। दिल्ली पुलिस सांसदों को आगे नहीं बढ़ने दे रही है। 


प्रदर्शन की वजह क्या है?

INDIA ब्लॉक के नेता स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन और 2024 के लोकसभा चुनावों में कथित वोटर फ्रॉड के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। राहुल गांधी ने इसे संविधान के खिलाफ अपराध करार दिया है। उनका कहना है कि यह एक व्यक्ति, एक वोट को बचाने की लड़ाई है। प्रदर्शन कर रहे नेता बिहार में मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं और वोट चोरी के नारे लगा रहे हैं। 

पैदल मार्च पर किसने क्या कहा? 

  • प्रियंका गांधी:  सरकार डरी है।  हैं। सरकार कायर है। सरकार असहमति को दबाने के लिए डर का सहारा ले रही है।
  • राहुल गांधी:  यह लड़ाई राजनीतिक नहीं है। यह संविधान को बचाने और स्वच्छ मतदाता सूची की मांग की लड़ाई है। BJP और निर्वाचन आयोग के बीच साठगांठ है।
  • अखिलेश यादव: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, 'पुलिस हमें रोक रही है। अगर हमें जाने दिया जाए, तो हम निर्वाचन आयोग तक जाएंगे।

पुलिस का क्या रुख है?

दिल्ली पुलिस ने मार्च को संसद के मकर द्वार के पास रोक दिया और भारी बैरिकेडिंग की। कई नेताओं को हिरासत में लिया है। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शन के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। सांसदों को पुलिस लाइन्स, किंग्सवे कैंप में हिरासत में रखा गया है।

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

चुनाव आयोग ने 30 सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल को दोपहर 12 बजे मिलने का समय दिया था, लेकिन विपक्ष ने कहा कि या तो हम सब जाएंगे, या कोई नहीं जाएगा। नेताओं का कहना था कि वे सिर्फ एक प्रतिनिधिमंडल नहीं, बल्कि एक ज्ञापन सौंपने के लिए समय मांग रहे थे।

 

कांग्रेस का वोट चोरी कैंपेन क्या है?

राहुल गांधी का कहना है कि आम लोगों के वोट में सेंध लगाई जा रही है। वोट चोरी, एक व्यक्ति, एक वोट के सिद्धांत पर हमला है। स्वच्छ मतदाता सूची निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है। उन्होंने मांग की है कि चुनाव आयोग मतदाता सूची को डिजिटल रूप में जारी करे जिससे लोग और दल उसकी जांच कर सकें।

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चुनाव आयोग का जवाब क्या है?

राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 2024 के लोकसभा चुनाव में 1,00,250 वोट चोरी हुए। हालांकि, चुनाव आयोग ने उनके दावों को गलत बताया और उनसे कथित फर्जी वोटरों का डेटा शपथ पत्र के साथ जमा करने को कहा।

 

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