आंध्र प्रदेश की सियासत में तिरुमाला मंदिर का मामला दोबारा उठा है। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) महासचिव नारा लोकेशन ने अपने एक्स हैंडल पर एक कथित सीसीटीवी फुटेज जारी किया है। उन्होंने आंध्र प्रदेश की पूर्ववर्ती वाईएसआर कांग्रेस सरकार पर मंदिर की दानपेटी से 100 करोड़ रुपये चोरी करने का आरोप लगाया है।
नारा लोकेश का आरोप है कि वाईएस जगन मोहन की सरकार ने तिरुमाला मंदिर की परकामनी (दानपेटी) से 100 करोड़ रुपये से अधिक की चोरी को अंजाम दिया। यह पैसा बाद में रियल एस्टेट में खापाया गया। पिछले साल भी टीटीपी ने 'प्रसादम' मामले में वाईएसआर कांग्रेस की पिछली सरकार को घेरा था। लैब रिपोर्ट के हवाले से चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि मंदिर के प्रसादम में इस्तेमाल होने वाले घी में मिलावटी पशु चर्बी है। अब ताजा विवाद मंदिर के दान से जुड़ा है।
यह भी पढ़ें: UK, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया ने फिलिस्तीन को देश माना, इजरायल पर असर क्या?
भगवान वेंकटेश्वर की पवित्र संपत्ति को भी नहीं छोड़ा
नारा लोकेश ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, 'वाईसीपी के चोरों ने भगवान वेंकटेश्वर की पवित्र संपत्ति लूट ली है। 'सौ करोड़ की पराकामनी चोरी' के पीछे वाईसीपी नेताओं का हाथ है। जगन के पांच साल के शासन में भ्रष्टाचार चरम पर था। अराजकता का बोलबाला था। जगन ने आंध्र प्रदेश को चोरों, लुटेरों और माफिया का अड्डा बना दिया था। उनके गिरोह ने खदानों, जमीनों, जंगलों और तमाम संसाधनों को लूटा। लोगों का शोषण किया। आखिर में उन्होंने तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर की पवित्र संपत्ति को भी नहीं बख्शा।'
'जगन के आवास तक पहुंची रकम'
नारा लोकेश का आरोप है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के पूर्व अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी ने इसमें मदद की। लूट का पैसा पूर्व सीएम जगन मोहन के आवास ताडेपल्ली पैलेस तक पहुंचा। नारा लोकेश ने लिखा, 'ताडेपल्ली पैलेस के आशीर्वाद और तत्कालीन टीटीडी अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी के समर्थन से चोरों ने तिरुमला पराकामनी में घुसपैठ की। उन्होंने करोड़ों की संपत्ति लूटी। इस पैसे को रियल एस्टेट में निवेश किया। आरोपी खुद बता रहे हैं कि इस लूट का हिस्सा तिरुपति के भुमना से ताडेपल्ली महल तक पहुंचा। मामले को लोक अदालत में निपटाने की कोशिश की गई।
यह भी पढ़ें: एयर इंडिया विमान हादसा: जांच रिपोर्ट लीक होने से SC क्यों नाराज?
जगन पर लोकेश के आरोप
लोकेश का आरोप है, 'सत्ता के दम पर जगन के गिरोह ने भगवान वेंकटेश्वर के विरुद्ध हर संभव अपराध किया। महाप्रसाद माने जाने वाले पवित्र लड्डुओं में मिलावट की। उन्होंने अन्न प्रसादम को भी भ्रष्ट किया। तिरुमला दर्शन के टिकट बेच डाले। इससे आम भक्तों के लिए भगवान के दर्शन करना लगभग असंभव हो गया। मंदिर और उसकी हुंडी लूटने वाले जगन के गिरोह के पाप अब फल देने लगे हैं। परकामनी के वीडियो आज सामने आए हैं। कल आरोपी खुद वाईसीपी के पापों का पूरा हिसाब-किताब बताने वाले हैं।'