logo

ट्रेंडिंग:

राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख के बयान से पाकिस्तान में क्या खलबली मची?

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थलसेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी के बयान की पूरे पाकिस्तान में चर्चा है। हर टीवी चैनल पर डिबेट का दौर जारी है। पाकिस्तान को हमला का डर सता रहा है।

Defence Minister Rajnath Singh.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह। (Photo Credit: PTI)

ऑपरेशन सिंदूर के पांच महीने बीत चुके हैं। अब भी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है। सर क्रीक के आसपास पाकिस्तान की सेना बुनियादी ढांचा तैयार करने में जुटी है। इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। राजनाथ सिंह के बाद वायुसेना प्रमुख का बयान आया। उन्होंने भविष्य के लिए तैयार रहने की बात कही। तीन अक्टूबर को राजस्थान के श्रीगंगानगर में थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को इतिहास और भूगोल से मिटाने तक की धमकी दे डाली। 

 

भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के शीर्ष नेतृत्व के इन बयान से पाकिस्तान में खलबली का माहौल है। मगर संकेत इस बात के भी मिल रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी वक्त कुछ बड़ा हो सकता है। पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञ भारत की कड़ी प्रतिक्रिया से खौफ में है। उनका कहना है कि भारत किसी भी वक्त हमला कर सकता है। आइये जानते हैं कि भारत की इन प्रतिक्रियाओं के पीछे क्या पैर्टन छिपा है? उससे पहले यह समझ लेते हैं कि पाकिस्तान किन-किन मोर्चों पर घिरी है।

 

यह भी पढ़ें: 'अपने लोगों पर बम गिराता है', UN के मंच से भारत की PAK को फटकार

कई मोर्चों पर घिरा पाकिस्तान

पाकिस्तान में पीओजेके के लोग सड़क पर उतर चुके हैं। वहां की सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटा। हिंसक विरोध प्रदर्शन भले ही शांत दिख रहा हो, लेकिन बगावत की चिंगारी अब भी दहक रही है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने मुनीर की सेना के नाक में दम कर रखा है। बलूचिस्तान में भी हालात ठीक नहीं है। बलूचिस्तान की आजादी की मांग उठा रहे संगठनों के सामने पाकिस्तान की सेना टिकती नहीं दिख रही है। अफगानिस्तान सीमा पर भी तनाव का माहौल है। आर्थिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। लगातार विदेशी कंपनियां साथ छोड़ रही हैं। दुनियाभर से मिलने वाली खैरात भी अब सुलभ नहीं है। 

भारत के बयान के क्या मायने?

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार कह चुके हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी स्थगित हुआ है, रुका नहीं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी कई मौकों पर यही बात दोहरा चुके हैं। यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान ने कोई हिमाकत की तो उसे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। मगर अक्टूबर महीने में ही रक्षा मंत्री, वायुसेना प्रमुख और थनसेना अध्यक्ष के बयान से संकेत मिलता दिख रहा है कि भारत बड़ी तैयारी में जुटा है। 

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: 2 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुजरात के भुज सैन्य अड्डे पर पहुंचे। यहां उन्होंने कहा, 'कराची जाने का एक रास्ता सर क्रीक से गुजरता है। इस इलाके में पाकिस्तान के हालिया सैन्य निर्माण ने उसके इरादों को उजागर किया है। सर क्रीक क्षेत्र में पाकिस्तानी आक्रामकता का करारा जवाब दिया जाएगा। यह इतिहास और भूगोल दोनों को बदल देगा।'

 

वायुसेना अध्यक्ष अमर प्रीत सिंह: राजनाथ सिंह के बयान के एक दिन बाद यानी 3 अक्टूबर को वायुसेना प्रमुख अमर प्रीत सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को हुए नुकसान का ब्योरा दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पास एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स) और 4 से 5 लड़ाकू विमानों के गिराए जाने के सबूत हैं। पाकिस्तान के रडार, कमांड और कंट्रोल सेंटर, रनवे और हैंगर को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि अगली लड़ाई पिछली जैसी नहीं होगी। वायुसेना खुद को तैयार कर रही है। 

 

सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी: 3 अक्तूबर को सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ से पाकिस्तान को ललकारा और कहा कि भारत पूरी तरह से तैयार है। अगली जंग में भारत ऑपरेशन सिंदूर के जैसे संयम का प्रदर्शन नहीं करेगा। अगर पड़ोसी देश दुनिया के मानचित्र में अपनी जगह कायम रखना चाहता है तो उसे अपनी जमीन से आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करना होगा। सेना प्रमुख के उन शब्दों पर गौर करने की जरूरत है, जिनमें उन्होंने सैनिकों से कहा कि पूरी तरह से तैयार रहो। ईश्वर ने चाहा तो जल्द मौका आएगा। 

पाकिस्तान में क्या खलबली मची?

राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी के बयान पर पाकिस्तानी की सेना और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी प्रतिक्रिया दी। ख्वाजा आसिफ ने मुंहतोड़ जवाब देने वाला अपना पुराना राग अलापा है। 4 अक्टूबर को पाकिस्तान की सेना ने एक बयान जारी किया। उसने कहा, 'भविष्य में होने वाला संघर्ष विनाशकारी होगा। पाकिस्तान बिना किसी हिचकिचाहट या संयम के दृढ़ता से जवाब देगा।'

 

यह भी पढ़ें: 'बहुत पागल है, उसे डॉक्टर से मिलना चाहिए', ग्रेटा थनबर्ग पर बरसे ट्रंप

 

पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञ कमर चीमा का कहना है कि राजनाथ सिंह ने सर क्रीक का जिक्र किया है। यह बहुत अलग है। हमें गरीब मुल्क कहा जाता है। हमारे पास इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का पैसा कहां से आया? अगर कुछ बना ले तो आप कहते हैं कि क्यों बनाया? पाकिस्तान पंजाब के पूर्व सीएम नजम सेठी का कहना है कि बिल्कुल दोनों देशों के बीच जंग हो सकती है। इसकी शुरुआत भारत करेगा। दुनिया को यह बताया जाएगा जंग पाकिस्तान ने शुरू की है।

क्या विवाद का गढ़ बनेगा सर क्रीक?

भारत और पाकिस्तान के बीच सर क्रीक विवाद दशकों पुराना है। यह इलाका गुजरात के कच्छ के रण में 96 किलोमीटर लंबा एक ज्वारीय मुहाना है। यहां दोनों देशों के बीच समुद्री सीमा का विवाद है। पाकिस्तान सर क्रीक के पास अपनी सैन्य गतिविधि बड़ा रहा है। भारत की इस पर नजर है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस इलाके में आने वाले समय में टेंशन और बढ़ सकती है। 

 

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap