नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले के सात आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट यानी चार्जशीट दाखिल कर दिया। एजेंसी की चार्जशीट में पाकिस्तान का लश्कर-ए-तैयबा (LeT) / द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) आतंकी संगठन का नाम भी शामिल है। द रेजिस्टेंस फ्रंट, 'लश्कर-ए-तैयबा' का मुखौटा संगठन है। यही नहीं चार्जशीट में द रेजिस्टेंस फ्रंट के सदस्य और पाकिस्तान में मौजूद उनके आकाओं के नाम भी शामिल हैं।
पाकिस्तान के आतंकवादियों ने इसी साल 22 अप्रैल को पहलगाम टूरिस्टों पर अंधाधुन फायरिंग कर दी थी। इस हमले में 26 बेकसूर लोग मारे गए थे। इस हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर लोगों की टारगेटेड किलिंग की थी।
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चार्जशीट में क्या है?
चार्जशीट में पाकिस्तान की साजिश, आरोपियों की भूमिका और मामले में सपोर्टिंग सबूतों की जानकारी दी गई है। इसमें बैन LeT/TRF पर पहलगाम हमले की प्लानिंग करने, उसे आसान बनाने और उसे अंजाम देने में उसकी भूमिका के लिए एक लीगल एंटिटी के तौर पर आरोप लगाया गया है। एनआईए की जांच के दौरान हमले में तीन आतंकवादियों की प्रत्यक्ष संलिप्तता सामने आई है। आतंकवाद निरोधक एजेंसी ने सोमवार को जम्मू की एनआईए स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट प्रस्तुत किया।
1,597 पेज का चार्जशीट दाखिल
एनआईए स्पेशल कोर्ट, जम्मू में फाइल की गई 1,597 पेज के चार्जशीट में पाकिस्तानी हैंडलर आतंकवादी साजिद जट्ट का भी नाम आरोपी के तौर पर है। एनआईए द्वारा दाखिल चार्जशीट में उन तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों के नाम भी शामिल हैं, जिन्हें घातक आतंकी हमले के 99 दिन बाद 29 जुलाई को श्रीनगर के दाचीगाम में ‘ऑपरेशन महादेव’ के दौरान सेना ने मार गिराया था। तीनों की पहचान फैसल जट्ट उर्फ सुलेमान शाह, हबीब ताहिर उर्फ जिब्रान और हमजा अफगानी के रूप में हुई है।
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एनआईए ने बयान जारी किया
एनआईए ने एक बयान जारी करके कहा, 'पाकिस्तान में बैठे आका साजिद जट्ट को भी जम्मू स्थित एनआईए की स्पेशल कोर्ट में दाखिल 1,597 पेज के चार्जशीट में बतौर आरोपी नामजद किया गया है।' एनआईए ने अपने चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की धारा भी लगाई है। बयान के मुताबिक, एनआईए ने लगभग आठ महीने तक चली विस्तृत वैज्ञानिक जांच के जरिए से पता लगाया कि इस पूरी साजिश के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं, जो भारत के खिलाफ आतंकवाद को लगातार प्रायोजित कर रहा है।
केंद्रीय एजेंसी के बयान के मुताबिक, आतंकवादियों को पनाह देने के आरोप में एनआईए द्वारा 22 जून को गिरफ्तार परवेज अहमद और बशीर अहमद जोथर के खिलाफ भी चार्जशीट दायर किया है। बयान के मुताबिक, पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने हमले में संलिप्त तीन सशस्त्र आतंकवादियों की पहचान उजागर की और यह भी पुष्टि की कि वे प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे।