भारत सरकार ने वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को घेरने की जबरदस्त तैयारी कर ली है। सरकार सात सांसदों को दुनिया के अलग-अलग देशों में भेजेगी। ये सभी सांसद 'ऑपरेशन सिंदूर' पर भारत के रूख की जानकारी देश के रणनीति साझेदारों को देंगे। दो सांसद भाजपा और बाकी अलग-अलग दलों से हैं। सरकार ने इन्हें आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दुनिया के सामने रखने का काम सौंपा है। पाकिस्तान भले ही पूरी लड़ाई को भारत बनाम पाकिस्तान बनाने की कोशिश में जुटा है। मगर भारत ने पहले ही दिन से स्पष्ट कर दिया है कि उसकी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है। पाकिस्तान और उसकी सेना के खिलाफ नहीं है। अब सात सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल देश के प्रमुख साझेदार को आतंक के खिलाफ भारत की नीति की जानकारी देगा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सात सदस्यों के नाम सामने आने के बाद कांग्रेस सबसे अधिक हैरत में पड़ गई। दरअसल, पार्टी ने सात नामों की सूची केंद्र सरकार को भेजी थी। मगर इनमें से किसी भी नाम का चयन नहीं किया गया। केंद्र सरकार ने कांग्रेस से पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार के सांसद शशि थरूर को प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया है।
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कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि कल सुबह संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की। पार्टी से पाकिस्तान से आतंकवाद पर भारत के रुख को स्पष्ट करने के लिए विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडलों के लिए चार सांसदों के नाम मांगे। कल यानी 16 मई की दोपहर तक लोकसभा में विपक्ष के नेता ने संसदीय कार्य मंत्री को चार नामों की सूची सौंपी।
- आनंद शर्मा: आनंद शर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं और मौजूदा समय में हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा लोकसभा सीट से सांसद हैं।
- गौरव गोगोई: असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई के बेटे हैं। तीन बार से सांसद और लोकसभा में विपक्ष के उपनेता हैं।
- डॉ. सैयद नसीर हुसैन: कांग्रेस से राज्यसभा सांसद।
- राजा वड़िंग: पंजाब की मुक्तसर सीट से पहली बार सांसद। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं। राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं।
कांग्रेस हैरान क्यों?
अब कांग्रेस को सबसे अधिक हैरानी इस बात कि है कि उसने शशि थरूर का नाम भेजा ही नहीं तो सरकार ने कांग्रेस की तरफ से उनका चयन कैसे किया? बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शशि थरूर ने खुलकर सरकार न केवल साथ दिया बल्कि ग्लोबल मीडिया में पाकिस्तान को खूब बेनकाब भी किया।
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रिजिजू बोले- भारत एकजुट है
उधर, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सबसे अहम पलों में भारत एकजुट है। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे। ये सभी आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस के हमारे साझा संदेश से अवगत कराएंगे। सियासत से ऊपर और मतभेदों से परे राष्ट्रीय एकता का यह एक शक्तिशाली प्रतिबिंब है।
ये नेता करेंगे प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई
- कांग्रेस से शशि थरूर
- भाजपा से रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा
- जेडीयू से संजय कुमार झा
- एनसीपी (एसपी) से सुप्रिया सुले
- डीएमके से कनिमोझी
- शिवसेना से श्रीकांत शिंदे