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'नार्कोस' का जिक्र करके जमानत से इनकार, सुप्रीम कोर्ट में ये क्या हुआ?

सुप्रीम कोर्ट में एक मामले की सुनवाई हो रही थी। न्यायाधीशों ने कुछ फिल्मों और वेब सीरीज का जिक्र करके आरोपियों को जमानत से इनकार कर दिया। पढ़िए पूरा मामला।

Supreme Court

सुप्रीम कोर्ट, Source: Official Website

ड्रग्स तस्करी के मामले बीते कुछ सालों में काफी बढ़ गए हैं। नवंबर से दिसंबर के मामले में भी बड़े पैमाने पर ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है। ऐसे ही एक मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हुई। दो जजों की बेंच ने नार्कोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटैंस (NDPS) के तहत गिरफ्तार किए गए एक आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया। इस केस की सुनवाई के दौरान ही कुछ टीवी शो का भी जिक्र आया। अदालत ने इन मामलों को युवा पीढ़ी के लिए बेहद गंभीर माना। सुप्रीम कोर्ट ने माना कि इस तरह का काम करने वालों का सिंडिकेट बहुत तगड़ा होता है और इनके खिलाफ लड़ना आसान काम नहीं है।

 

सुप्रीम कोर्ट के जज सतीश चंद्र शर्मा और बेला त्रिवेदी की बेंच ने इस मामले की सुनवाई करते हुए टीवी शो 'नार्कोस' और 'ब्रेकिंग बैड' का जिक्र किया।  जस्टिस शर्मा ने कहा, 'आप इन लोगों से नहीं लड़ सकते हैं। ये लोग सच में देश के युवाओं को मार रहे हैं। मैं आपसे पूछता हूं, आपने नार्कोस जरूर देखी होगी? बहुत मजबूत सिंडिकेट होता है। एक और आपको देखनी चाहिए, वह है ब्रेकिंग बैड। आप इन लोगों से नहीं लड़ सकते हैं।'

जमानत देने से इनकार

 

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने जिन टीवी शो का जिक्र किया उनमें ड्रग्स की तस्करी और उससे जुड़े सिंडिकेट और उनके काम करने के तरीकों को दिखाता है। कोर्ट ने भी इनका जिक्र करके यही बताने की कोशिश की है कि ड्रग्स की तस्करी के मामले कितने गंभीर हैं। इससे पहले सितंबर के महीने में सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे ही एक मामले में जमानत देने से इनकार करते हुए कहा था कि NDPS से जुड़े अपराध बेहद गंभीर हैं।

Narcos और Breaking Bad क्या हैं?

 

नार्कोस साल 2015 में नेटफ्लिक्स पर आई टीवी ड्रामा सीरीज है जिसमें एक ड्रग कार्टेल की कहानी दिखाई गई है। इसमें मशहूर ड्रग तस्कर पाब्लो एस्कोबार के कार्टेल मेडेलिन की कहानी दिखाई गई है। वहीं, ब्रेकिंग बैड सीरीज 2008 से 2013 के बीच रिलीज हुई थी। इसमें एक केमिस्ट्री टीचर, उसकी बीमारी और ड्रग्स से उसके कनेक्शन की कहानी दिखाई गई है।

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