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पंजाब चुनावी नतीजों से AAP, कांग्रेस और BSP खुश, BJP-अकाली का क्या हुआ?

पंजाब स्थानीय निकाय चुनावों में आम आदमी पार्टी ने बंपर जीत दर्ज की है। इन चुनावों में कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है। वहीं, बीजेपी एक बार फिर पंजाब में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई।

Punjab Local Body Election

पंजाब स्थानीय निकाय चुनाव में AAP की जीत, Photo Ctredit: Sora/PTI

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पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 की तरह एक बार फिर पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की लहर में विपक्ष पत्तों की तरह बिखर गया है। हाल ही में हुए ब्लॉक समिति और जिला परिषद चुनावों के नतीजों में AA की बंपर जीत हुई है। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि पार्टी को 1800 से ज्यादा सीटों पर जीत मिली है। पंजाब से लेकर दिल्ली तक पार्टी के कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं। आप की इस लहर में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिरोमणि अकाली दल समेत तमाम विपक्षी दल काफी पीछे रह गए हैं।

जिला परिषद के फाइनल नतीजे

  • कुल सीटें- 347
  • AAP- 218
  • कांग्रेस- 62
  • अकाली दल- 46
  • बीजेपी- 7
  • बहुजन समाजवादी पार्टी- 3
  • आजाद उम्मीदवार-10

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पंचायत समिति रिजल्ट

  • कुल- 2838 
  • AAP- 1529
  • कांग्रेस- 611
  • अकाली दल- 449
  • बीजेपी-73
  • बीएसपी- 28
  • अन्य- 144

पंजाब में AAP की लहर

पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने ग्रामीण इलाकों के इन चुनावों में बंपर जीत दर्ज की है। पंजाब में 2022 के बाद और 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले AAP पार्टी के लिए यह एक अहम जीत है। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी इस जीत के मायने अच्छे से जानते हैं।

 

 

उन्होंने इस जीत पर कहा, 'जिला परिषद और ब्लॉक समितियों के चुनाव 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से एक साल पहले हुए हैं। इस चुनाव के नतीजे दिखा रहे हैं कि भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार जो काम किए हैं, उससे एंटी इंकम्बेंसी नहीं, बल्कि प्रो-इंकम्बेंसी फैक्टर दिखाई देता है' आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब की ग्रामीण जनता ने जमकर वोट किया है। AAP के 339 उम्मीदवार तो पंचायच समिति में बिना मुकाबले के ही जीत गए थे। जिन सीटों पर चुनाव हुए उन पर भी AAP ने बंपर जीत दर्ज की है। 

पंचायच समिति नतीजे

 

कांग्रेस भी खुश

कांग्रेस पार्टी इन नतीजों में राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। कांग्रेस को जिला परिषद में 347 में से 62 सीटें और पंचायत समिति में 2838 में से 611 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस आम आदमी पार्टी से काफी पीछे रह गई है लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि AAP ने चुनाव में गड़बड़ी की इसके बावजूद पार्टी ने काफी सीटों पर जीत दर्ज की है। पार्टी के बड़े नेता अपने इलाकों में पार्टी को जिताने में कामयाब रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के जिले में पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने एसबीएस नगर, रूपनगर, फिरोजपुर, जालंधर और लुधियाना में सत्तारूढ़ दल को कड़ी टक्कर दी है। 

 

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बीजेपी की करारी हार

विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर पंजाब में अपना प्रभाव छोड़ने में फेल हो गई है। इन चुनावों में भी पार्टी की बुरी तरह हार हुई है। 347 जिला परिषद की सीटों में से बीजेपी को मात्र 7 सीटों पर ही जीत मिली है। वहीं, पंचायत समिति में भी बीजेपी का बुरा हाल है। 2838 सीटों में से सिर्फ 73 सीटों पर ही बीजेपी को जीत मिली है। दोनों को मिलाकर भी बीजेपी 100 के आंकड़े तक नहीं पहुंच पा रही है।

 

 

भारतीय जनता पार्टी, शिरोमणि अकाली दल से अलग होने के बाद अलग-थलग पड़ गई है। पंजाब में पार्टी का ग्राउंड पर काडर नहीं है और पार्टी के बड़े नेता भी इस बात को जानते हैं। पंजाब के कई बड़े नेता अकाली दल और बीजेपी के गठबंधन की बात कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तो यहां तक कह चुके हैं कि बिना अकाली दल के सहयोग के पार्टी 2032 के चुनाव में भी जीत नहीं पाएगी। 

अकाली दल तीसरे नंबर पर

अकाली दल पंजाब में अपनी खो चुकी राजनीतिक जमीन वापस पाने की कोशिश कर रहा है। 2017 में सत्ता से बाहर होने के बाद से अकाली दल लगातार पिछड़ता जा रहा है। हालांकि, इन चुनावों में पार्टी को कुछ जगहों से राहत की खबर मिली है। पंचायत समिति में 449 और जिला परिषद में 46 की सीटों पर पार्टी को जीत मिली है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि आप पार्टी ने चुनावों में गड़बड़ी की है।

 

 

पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और कई जगहों पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। अकाली दल ने अपने मजबूत गढ़ बठिंडा में शानदार प्रदर्शन किया है। 17 में से 13 सीटों पर अकाली दल ने जीत दर्ज की है और मुक्तसर में 13 जिला परिषद में से 7 सीटों पर अकाली दल ने जीत दर्ज की है। फाइनल नतीजों के अनुसार, पंचायत समितियों में बादल के नेतृत्व वाले दल ने बठिंडा में 137 में से 79 सीटों, फरीदकोट में 65 में से 25 और मुक्तसर में 95 में से 48 क्षेत्रों में जीत हासिल की है।

 

BSP भी गदगद

बहुजन समाजवादी पार्टी पंजाब की राजनीति में एक बार फिर से उभर रही है। 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अकाली दल के साथ गठबंधन किया था लेकिन कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। इन चुनावों में पार्टी ने कुछ क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया है। जालंधर में पंचायत समिति की 14 सीटों पर पार्टी को जीत मिली है और पंजाब की कुल 28 सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज की है। इसके अलावा 3 जिला परिषद की सीटों पर भी बीएसपी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। इन नतीजों से पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह है और 2027 के विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद जता रहे हैं। बीएसपी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनकर उभरेगी। 


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