बीजेपी के नेता अमित मालवीय ने शनिवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। राहु़ल ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में धांधली के आरोप लगाए थे, जिसका जवाब देते हुए मालवीय ने इसे ‘जॉर्ज सोरोस की किताब से निकला हुआ’ करार दिया। उन्होंने राहुल पर मतदाताओं के मन में संस्थानों के प्रति संदेह और अशांति फैलाने का आरोप लगाया।
मालवीय ने राहुल के एक्स पोस्ट को टैग करते हुए कहा, ‘यह जॉर्ज सोरोस की किताब से सीधे निकला हुआ है—लोगों का अपनी संस्थाओं पर भरोसा खत्म करो, ताकि राजनीतिक फायदे के लिए उन्हें अंदर से तोड़ा जा सके।’ उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को चुनावी प्रक्रिया की पूरी समझ है, लेकिन उनका मकसद स्पष्टता नहीं, बल्कि अराजकता फैलाना है। मालवीय ने आरोप लगाया कि राहुल जानबूझकर मतदाताओं के मन में संस्थानों के प्रति संदेह पैदा कर रहे हैं।
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राहुल ने पहले भी उठाया था मुद्दा
मालवीय ने यह भी बताया कि जब कांग्रेस ने तेलंगाना और कर्नाटक के चुनाव जीते थे, तब राहुल ने ऐसी कोई शिकायत नहीं की थी। उन्होंने कहा, ‘जब कांग्रेस जीतती है, तब सब ठीक है, लेकिन हारने पर धांधली के आरोप लगाए जाते हैं। यह सोची-समझी रणनीति है।’
दूसरी ओर, राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर बीजेपी पर महाराष्ट्र चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने बिहार में भी ऐसी ही गड़बड़ियों की आशंका जताई। राहुल ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘चुनाव कैसे अपने पक्ष में किया जाता है? महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 लोकतंत्र में धांधली का नमूना था।’ उन्होंने कथित धांधली की प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से समझाया। राहुल ने दावा किया कि धांधली की शुरुआत चुनाव आयोग की नियुक्ति के लिए पैनल में हेरफेर से होती है।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के इन आरोपों को खारिज कर दिया है। आयोग ने कहा, ‘एक राष्ट्रीय पार्टी द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं, जो जनता के मन में अनावश्यक संदेह और चिंता पैदा करते हैं। सारी जानकारी सार्वजनिक है और सभी पार्टियों के साथ साझा की गई है।’
बीजेपी ने उठाए सवाल
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब देश में चुनावी प्रक्रियाओं की पारदर्शिता को लेकर बहस छिड़ी हुई है। राहुल गांधी के आरोपों और बीजेपी के जवाब ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है। मालवीय ने राहुल की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल राजनीतिक लाभ लेना है। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी की कोशिश है कि लोग अपनी संस्थाओं पर भरोसा न करें, ताकि वे कमजोर पड़ें और राजनीतिक खेल खेला जा सके।’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद बीजेपी गठबंधन को सत्ता में वापस आई थी, जबकि कांग्रेस और उनके सहयोगियों को विपक्ष में बैठना पड़ा। राहुल के आरोपों ने विपक्षी दलों को एक नया मुद्दा दे दिया है, लेकिन चुनाव आयोग और बीजेपी ने इसे सिरे से खारिज किया है।