साल 2021 में तृणमूल कांग्रेस (TMC) में रहे दिग्गज नेता तापस रॉय के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पार्णो मित्रा को चुनाव में लड़ाया था। पार्णो मित्रा को हराकर चुनाव जीते तापस रॉय बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे। अब पार्णो मित्रा ने TMC का दामन थाम लिया है। 2019 में BJP में शामिल हुईं पार्णो मित्रा 6 साल के बाद TMC में शामिल हो गई हैं और चर्चा है कि उन्हें विधानसभा चुनाव में भी उतारा जा सकता है। 2021 में चुनाव हारने के बाद से वह राजनीति में उतनी सक्रिय नहीं थीं लेकिन अब चुनाव से ठीक पहले वह नए दल के साथ फिर से सक्रिय हो रही हैं।
शुक्रवार को तृणमूल भवन पहुंची पार्णो मित्रा ने पश्चिम बंगाल सरकार में राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और टीएमसी नेता जयप्रकाश मजूमदार की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। कभी टीएमसी को बंगाल के विकास में रुकावट की वजह बतानी वाली पार्णो मित्रा ने आज कहा, 'मैं ममता बनर्जी के विकास कार्यों से प्रभावित होकर टीएमसी में शामिल हो रही हूं। 6 साल पहले मैं बीजेपी में शामिल हुई थी लेकिन चीजें मेरे मुताबिक नहीं हुईं। लोग गलतिया करते हैं और मुझे लगता है कि अब उन गलतियों को सुधारने का वक्त आ गया है। मैं टीएमसी में शामिल होकर खुद को भाग्यशाली महसूस कर रही हूं।'
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कौन हैं पार्णो मित्रा?
साल 2007 में अपने ऐक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाली पार्णो बंगाली टीवी की जानी-मानी कलाकार हैं। वह कई बांग्ला फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं और पश्चिम बंगाल के लोगों के बीच उनका चेहरा काफी चर्चित है। छोटे पर्दे पर काम करने के बाद पार्णो ने 'मछ मिष्टी' 'अमी ओ अमार गर्लफ्रेंड' और 'रंजना अमी आर असब ना' जैसी बांग्ला फिल्मों के जरिए भी अपनी पहचान छोड़ी।
2021 के विधानसभा चुनाव में तैयारी में जुटी बीजेपी नए-नए लोगों को राजनीति में ला रही थी। इसी क्रम में लगभग एक दर्जन फिल्मी और टीवी कलाकारों ने बीजेपी का दामन थाम लिया था। बीजेपी की कोशिश थी कि ममता बनर्जी के महिला नैरेटिव को चुनौती देने के लिए महिलाओं को आगे लाया जाए। तब पार्णो मित्रा के अलावा मौमिता गुप्ता, रुपांजना मित्रा, रूपा भट्टाचार्य और कंचना मोइत्रा जैसी कलाकार बीजेपी में शामिल हो गई थीं। तब पार्णो मित्रा ने कहा था, 'बंगाल शिक्षा, स्वात्थ्य और उद्योग के मामले में पिछड़ रहा है। मेरा मानना है कि बीजेपी ही इन समस्याओं को दूर कर सकती है।'
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2021 के चुनाव में क्या हुआ था?
साल 2019 में बीजेपी में शामिल हुईं पार्णो मित्रा को बीजेपी ने दिग्गज नेता तापस रॉय के खिलाफ नॉर्थ 24 परगना जिले की बड़ानगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया था। यह वही सीट है जहां से ज्योति बसु 6 बार चुनाव जीते थे। 2011 से लगातार जीतते आ रहा तापस रॉय के खिलाफ उतरीं पार्णो मित्रा ने खूब जोर लगाया था लेकिन वह चुनाव नहीं जीत पाई थीं। तापस रॉय के वोट बढ़े और वह 85,615 वोट पाकर चुनाव जीत गए थे। पार्णो मित्रा को 50,468 वोट मिले और वह दूसरे नंबर पर रही थीं।
पार्णो के TMC में जाने के बारे में बीजेपी नेता रुद्रनील घोष ने कहा 'वह 2021 में चुनाव लड़ने के बाद से राजनीतिक रूप से सक्रिय नहीं थीं। ऐसे में यह कहना गलत है कि वह बीजेपी छोड़कर टीएमसी में शामिल हो गई हैं। वह राजनीतिक रूप से सक्रिय नहीं थीं इसलिए उनके टीएमसी में जाने से बीजेपी को कोई नुकसान नहीं होगा।'