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क्रिसमस ट्री पर मकड़ी के जाले का दिखना शुभ क्यों है? कहानी क्रिसमस स्पाइडर की

यूक्रेन और पोलैंड के लोग क्रिसमस ट्री में मकड़ी के जाले की तरह दिखने वाली आकृतियां लगाते हैं। ऐसा क्यों है, आइए कहानी जानते हैं।

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क्रिसमस। (Photo Credit: Sora)

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क्रिसमस पर क्रिसमस ट्री को हर देश में अलग-अलग तरीके से सजाया जाता है। हर देश की अपनी परंपरा है। कुछ चीजें कॉमन को कुछ चीजें एकदम हटकर दिखती हैं। यूक्रेन और पोलैंड जैसे देशों की क्रिसमस ट्री में एक चीज कॉमन होती है, वह है मकड़ी का जाला। जहां ये बन नहीं पाती है, वहां लोग धातुओं से बने मकड़ी और जाले को लगाते हैं। समृद्ध लोग सोने या चांदी से भी बनी मकड़ी लगाते हैं। इसे 'क्रिसमस स्पाइडर' का नाम दिया जाता है। 

यूक्रेन, पोलैंड और जर्मनी जैसे देशों में क्रिसमस पर लोग इसे क्रिसमस ट्री पर लटकाते हैं। इन देशों में मकड़ी और क्रिसमस से जुड़ी कई दंतकथाएं चलती हैं, जिनका जिक्र बाइबिल में हो या न हो, दंतकथाओं में जरूर है। मकड़ी को इन देशों में खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक मानते हैं। ये कहानियां क्या हैं, आइए जानते हैं।

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  • पहली कहानी: एक गरीब परिवार के घर में एक छोटा-सा पाइन का पेड़ फर्श से निकला था। यह क्रिसमस ट्री था। क्रिसमस पर लोग अपने-अपने घरों को सजा रहे थे, लेकिन उनके पास सजाने को कुछ नहीं था। पैसे भी नहीं थे कि कुछ खरीदकर सजा लें। बच्चे उदास होकर सो गए। सुबह जब उठे तो पूरा पेड़ मकड़ी के जालों से ढका था। जैसे ही सूरज की पहली किरण पड़ी, सारे जाले चांदी-सोने जैसे चमकने लगे। पेड़ अचानक सबसे सुंदर ट्री बन गया। 

  • दूसरी कहानी: जब प्रभु यीशु, मरियम और यूसुफ, हेरोद के सैनिकों से बचकर भाग रहे थे तो वे एक गुफा में छिपे। एक मकड़ी ने गुफा के मुंह पर इतना घना जाला बुन दिया कि सैनिकों को लगा वहां महीनों से कोई नहीं आया। इस तरह मकड़ी ने यीशु की जान बचाई। इसलिए कुछ जगहों पर इसे संत यूसुफ का प्रतीक भी मानते हैं।

  • तीसरी कहानी: एक महिला का पति युद्ध में चला गया था। क्रिसमस पर उनके पास पेड़ तो था, पर सजाने के लिए कुछ नहीं था। रात में घर की एक छोटी मकड़ी ने सारा पेड़ अपने जालों से सजा दिया। सुबह बच्चे खुशी से चिल्ला उठे और ठीक उसी वक्त, महिला के पति जंग में जीतकर सुरक्षित लौट आए। मकड़ी ने परिवार को फिर से पूरा कर दिया।

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क्यों मकड़ी पवित्र मानी जाती है?

यूक्रेन में मकड़ियां किसानों के लिए बहुत उपयोगी होती हैं। वे फसलों पर लगे छोटे-मोटे कीड़े-मकोड़े खाती हैं। किसान मकड़ी को भाग्यशाली मानते हैं। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर मकड़ी या उसका जाला दिखना बहुत शुभ माना जाता है। इसीलिए लोग चमकदार मकड़ी के ऑर्नामेंट पेड़ पर लटकाते हैं, जिससे घर में सौभाग्य आए।

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क्रिसमस की चमकदार रस्सियां, मकड़ी के जाले की नकल हैं

क्या आपको पता है कि हम जो चमकीली रस्सी क्रिसमस ट्री पर लपेटते हैं, वह भी मकड़ी के जाले की नकल हैं? पुरानी कहानियों में मकड़ी के जाले सूरज की रोशनी में चांदी-सोने जैसे चमकते थे। शीत पड़ने पर वे और सुंदर लगते हैं, इसलिए क्रिसमस ट्री को जाले से सजाते हैं।

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