3000 मीटर स्टीपलचेज में नेशनल रिकॉर्ड होल्डर अविनाश साबले ने इतिहास रच दिया है। 30 वर्षीय साबले ने गुरुवार (29 मई) को इस सीजन का अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत लिया। इसी के साथ उन्होंने 36 साल के सूखे को खत्म कर दिया।
दो बार के ओलंपियन अविनाश साबले एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में 1989 के बाद गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय मेंस एथलीट बने हैं। भारत की तरफ से इससे पहले दीनाराम ने इस इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। हरबेल सिंह 1975 में मेंस स्टीपलचेज इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।
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साबले ने आखिरी लैप में पलटी बाजी
एशियन गेम्स चैंपियन अविनाश साबले ने 8 मिनट 20.92 सेकंड (8:20.92 सेकंड) का समय लेकर पहला स्थान हासिल किया। यह एशियन चैंपियनशिप में उनका दूसरा मेडल है। इससे पहले साबले ने 2019 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। जापान के युतारो नीनाए ने 8:24.41 सेकंड के समय के साथ सिल्वर मेडल जीता। वह अंतिम लैप की शुरुआत में आगे चल रहे थे, लेकिन साबले ने शानदार प्रयास करते हुए उन्हें पीछे छोड़ दिया और गोल्ड मडेल हासिल किया। कतर के जकारिया इलाहलामी ने 8:27.12 सेकंड का समय लेकर ब्रॉन्ज मेडल जीता।
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4x400 मीटर मेंस रिले टीम ने फाइनल के लिए क्वालिफाई किया
रिंस जोसेफ, धर्मवीर चौधरी, मनु थेक्किनालिल साजी और मोहित कुमार की भारत की 4x400 मीटर मेंस रिले टीम ने फाइनल में प्रवेश किया। भारतीय चौकड़ी ने 3 मिनट 6.28 सेकेंड का अब तक का अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए अपनी हीट (शुरुआती दौर की रेस) में शीर्ष स्थान हासिल किया।
हीट में भारत ने चीन (3 मिनट 6.79 सेकेंड) और मेजबान कोरिया (3 मिनट 10.05 सेकेंड) को पछाड़कर फाइनल के लिए सीधे क्वालीफाई किया। श्रीलंका ने सीजन का सबसे तेज 3 मिनट 1.56 सेकेंड का समय निकाला। विमेंस की 10 हजार मीटर रेस के फाइनल में भारत की संजीवनी जाधव ने 33 मिनट 8.17 सेकेंड का अपना सीजन का बेस्ट प्रदर्शन करते हुए पांचवां स्थान हासिल किया जबकि सीमा 33 मिनट 08.23 सेकेंड के समय से छठे स्थान पर रहीं।
इस इवेंट में कजाखस्तान की डेजी जेपकेमी (30 मिनट 48.44 सेकेंड) ने दबदबा बनाते हुए गोल्ड मेडल जीता। जापान की रिरिरक हिरोनिका (30 मिनट 56.32 सेकेंड) और मिकुनी याडा (31 मिनट 12.21 सेकेंड) क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं।