ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारतीय टीम की हालत खराब है। मेजबान टीम के 474 रन के जवाब में टीम इंडिया ने 164 रन पर 5 विकेट गंवा दिए हैं। दूसरे दिन (27 दिसंबर) का खेल खत्म होने के बाद ऋषभ पंत (6) और रवींद्र जडेजा (4) नाबाद लौटे। ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से भारत 310 रन से पीछे है और उसके ऊपर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा है। यशस्वी जायसवाल (82) रन आउट होकर पवेलियन लौटे तो केएल राहुल (24) और विराट कोहली (36) सेट होने के बाद अपना विकेट गंवा बैठे। ओपनिंग स्लॉट में लौटे कप्तान रोहित शर्मा (3) यहां भी फ्लॉप रहे।
राहुल का बैटिंग पोजिशन बदलना पड़ा महंगा
बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले मौजूदा सीरीज में केएल राहुल ने ओपनिंग करते हुए 3 टेस्ट मैचों में 47 की औसत से 235 रन बनाए थे। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में पर्थ टेस्ट में राहुल को पारी का आगाज करने का मौका मिला था। उन्होंने यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर दूसरी पारी में 200 से ज्यादा रन की साझेदारी की थी, जिससे टीम इंडिया ने मुकाबले पर शिकंजा कसा और बड़ी जीत हासिल की। राहुल ने पहली पारी में 26 और दूसरी पारी में 77 रन बनाए थे। ऐसे में खराब फॉर्म से जूझ रहे रोहित के टीम में वापस आने के बाद ओपनिंग स्लॉट में कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।
राहुल ने एडिलेड और गाबा टेस्ट में भी यशस्वी के साथ पारी की शुरुआत की। उन्होंने एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट में 37 और 7 रन बनाए जबकि गाबा टेस्ट की पहली पारी में 84 रन ठोक दिए। वह लगातार अच्छा कर रहे थे, लेकिन उनके लिए ओपनिंग की कुर्बानी देने वाले रोहित नंबर पर 6 पर बुरी तरह फ्लॉप रहे। रोहित पिंक बॉल और गाबा टेस्ट की 3 पारियों में महज 19 रन ही बना सके। ऐसे में बॉक्सिंग डे टेस्ट में राहुल की जगह उन्होंने ओपनिंग करने का फैसला किया। नई गेंद के सामने राहुल के प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें बैटिंग ऑर्डर में पीछे नहीं धकेला जा सकता था। उन्हें शुभमन गिल की जगह नंबर 3 पर उतारा गया। हालांकि भारतीय टीम मैनेजमेंट का ये दांव भी उलटा पड़ता दिख रहा है।
नंबर 3 पर कुछ खास नहीं कर सके हैं राहुल
राहुल ने बॉक्सिंग डे टेस्ट में अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन वह ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की एक बेहतरीन गेंद पर वह पूरी तरह से बीट हो गए और अपना ऑफ स्टंप नहीं बचा सके। टेस्ट क्रिकेट में नंबर 3 पर बैटिंग करते हुए राहुल की औसत 18.66 की है। वह 5 मैचों में सिर्फ 112 रन बना सके हैं। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 54 रहा है। दूसरी ओर ओपनिंग करते हुए उन्होंने 47 टेस्ट मैचों में 35.71 की औसत से 2786 रन बनाए हैं। राहुल ने अपने टेस्ट करियर में 8 शतक लगाए हैं, जिसमें से 7 शतक पारी की शुरुआत करते हुए जड़े हैं। इतने अच्छे नंबर्स के बावजूद उन्हें नंबर 3 पर भेजने का फैसला टीम इंडिया के लिए बड़ी चूक साबित हो सकती है।