• NEW DELHI 15 Sept 2025, (अपडेटेड 15 Sept 2025, 2:07 AM IST)
एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर काफी बवाल हुआ। कई दिन इसी पर चर्चा चली। उधर अन्य खेलों में भारत ने झंडे गाड़ दिए लेकिन किसी ने नोटिस नहीं किया।
पाकिस्तान के खिलाफ शॉट खेलते तिलक वर्मा और गोल्ड मेडल के साथ मीनाक्षी हुड्डा। (Photo Credit: PTI, Narendra Modi/X)
एशिया कप 2025 में रविवार (14 सितंबर) को हुए भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच पर जमकर हंगामा देखने को मिला। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से खेलने के फैसले को लेकर सरकार और BCCI को लोगों ने जमकर सुनाया। देश की राजधानी दिल्ली के कनॉटप्लेस पर प्रदर्शन भी हुआ। सोशल मीडिया पर पिछले दो दिनों से भारत-पाकिस्तान मैच की ही चर्चा रही। यूजर्स ने इस मुकाबले को बायकॉट करने की अपील की और साथ ही सरकार और क्रिकेट बोर्ड की लानत-मलामत की। मगर इस बवाल के बीच भारत ने जो अन्य खेलों में सफलता हासिल की उसकी चर्चा कम रही।
बॉक्सिंग में आए दो गोल्डमेडल
ग्रेट ब्रिटेन के लिवरपूल में चल रही वर्ल्डबॉक्सिंगचैंपियनशिप में भारत ने दो दिन में दो गोल्ड जीत लिए। जैस्मिनलंबोरिया ने शनिवार (13 सितंबर) को 57 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में पोलैंड की जूलियास्जेरेमेटा को 4-1 से हराकर गोल्ड अपने नाम किया। जूलिया पर जैस्मिन की यह जीत इसलिए बेहद खास हो जाती है, क्योंकि जूलिया पेरिस ओलंपिक 2024 में सिल्वरमेडलिस्ट रही थीं।
जैस्मिन की ऐतिहासिक जीत के बाद मीनाक्षीहुड्डा ने भी गोल्ड जीता। मीनाक्षी ने रविवार को 48किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की नजिमकाईजीबे को 4-1 से हराया। उनके गोल्ड जीतने के बाद भारत ने 4 मेडल (2 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज) के साथ अपना अभियान समाप्त किया। ये सभी मेडल महिला बॉक्सरों ने जीते, जबकि पुरुष बॉक्सर खाली लौटे।
Proud of Minakshi on her outstanding performance at the 2025 World Boxing Championships in Liverpool! She brings home the Gold in the 48kg category. Her success and determination are very motivating for Indian athletes. Wishing her the very best for her upcoming endeavours. pic.twitter.com/zgcCQvxIIO
भारतीय टेनिस टीम ने शनिवार को डेविस कप 2026 के क्वालिफायर में जगह बनाकर इतिहास रच दिया। डेविस कप 2025 के वर्ल्ड ग्रुप-1 मुकाबले में भारत ने मेजबान स्विट्जरलैंड को 3-1 से मात दी, जो पिछले 32 साल में किसी यूरोपीय टीम के खिलाफ विदेश में पहली जीत रही। सुमितनागल ने हेनरीबर्नेट को 6-1, 6-3 से हराकर भारत को यह ऐतिहासिक जीत दिलाई।
भारत ने पहले दिन (शुक्रवार) दोनों सिंगल्स मुकाबले जीतकर 2-0 की बढ़त बनाई थी। डेविस कप डेब्यू कर रहे दक्षिणेश्वर सुरेश ने जेरोमकाइम को सीधे सेटों में 7-6, 6-3 (5) से हराया था, जबकि सुमितनागल ने मार्क-एंड्रियाह्यूस्लर को 6-3, 7-6(4) को मात दी थी। इसके बाद डबल्स मुकाबले में एनश्रीरामबालाजी और रित्विकबोलीपल्ली भारतीय जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा, जिससे स्कोर 2-1 हो गया था। सुमित ने रिवर्ससिंगल्स में जीत दर्ज कर निर्णायक बढ़त दिलाई और भारत को 2026 क्वालिफायर का टिकट मिल गया।