भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला बुधवार (3 दिसंबर) को रायपुर में खेला गया। इस मुकाबले में टेम्बा बावुमा की कप्तानी वाली ने 4 विकेट से जीत दर्ज की। टॉस गंवाकर पहले बैटिंग करते हुए भारत ने 5 विकेट के नुकसान पर 358 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था, जिसे प्रोटियाज टीम ने 4 गेंद शेष रहते 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया। साउथ अफ्रीकी टीम ने वनडे क्रिकेट में विदेशी सरजमीं पर अपने सबसे बड़े रन चेज को अंजाम दिया।
भारतीय टीम की इस शर्मनाक हार का कारण डेथ ओवर्स में धीमी बल्लेबाजी और खराब फील्डिंग रही। टीम इंडिया आखिरी 10 ओवर में सिर्फ 74 रन ही बना सकी। इसके बाद फील्डिंग काफी साधारण रही, जिसके चलते 350 प्लस रन भी डिफेंड नहीं किए जा सके। साउथ अफ्रीका ने यह मुकाबला अपने नाम कर सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया है। 3 मैचों की इस सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला शनिवार (6 दिसंबर) को विशाखापट्टनम में खेला जाएगा।
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मारक्रम ने जड़ा शतक
टारगेट का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। अर्शदीप सिंह ने पांचवें ओवर में ही उसे विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डीकॉक (8) के रूप में पहला झटका दे दिया। इसके बाद एडन मारक्रम और टेम्बा बावुमा ने मोर्चा संभाला और दूसरे विकेट के लिए 101 रन की साझेदारी की।
प्रसिद्ध कृष्णा ने बावुमा (46) को आउट कर इस पार्टनरशिप पर ब्रेक लगाया। हालांकि टीम इंडिया को इससे भी राहत नहीं मिली। मारक्रम ने मैथ्यू ब्रीत्जके के साथ मिलकर 70 रन की साझेदारी कर डाली। इस बीच मारक्रम ने अपने वनडे करियर का चौथा शतक जड़ा। वह 98 गेंद में 10 चौके और 4 छक्कों की मदद से 110 रन की आकर्षक पारी खेलकर आउट हुए।
ब्रेविस ने पलट दिया मैच
रक्रम के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे डेवाल्ड ब्रेविस ने 34 गेंद में 1 चौका और 5 छक्के उड़ाते हुए ताबड़तोड़ 54 रन ठोक मैच का रुख साउथ अफ्रीका की ओर मोड़ दिया। उन्होंने ब्रीत्जके के साथ चौथे विकेट के लिए महज 63 गेंद में 92 रन की साझेदारी की। कुलदीप यादव ने ब्रेविस के तूफान को थामा। इसके बाद प्रसिद्ध ने 44वें ओवर में ब्रीत्जके (68) और फिर अगले ओवर में अर्शदीप ने मार्को यानसन (2) का विकेट निकाल मैच को रोमांचक बनाया लेकिन कॉर्बिन बॉश (नाबाद 29) ने केशव महाराज (नाबाद 10) के साथ मिलकर साउथ अफ्रीका को सीरीज में बराबरी दिला दी।
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टोनी डीजॉर्जी (17) हैमस्ट्रिंग में खिंचाव के कारण जब रिटायर हर्ट हुए उस समय समय प्रोटियाज टीम को 30 गेंद में 27 रन की जरूरत थी। भारत के पास वापसी के लिए छोटा सा दरवाजा खुला था लेकिन कॉर्बिन बॉश ने लगातार अंतराल पर बाउंड्री लगाकर मुकाबला साउथ अफ्रीका की झोली में डाल दिया।
कोहली-ऋतुराज के शतकों पर फिरा पानी
टॉस गंवाकर पहले बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत तेज रही थी। यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी ने 4.5 ओवर में 40 रन की साझेदारी की। रोहित (14) को नांद्र बर्गर ने अपना शिकार बनाया। यशस्वी जायसवाल (22) भी पावरप्ले के अंदर चलते बने। इसके बाद विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ ने तीसरे विकेट के लिए 195 रन की साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी लेकिन दोनों के आउट होते ही भारत की पारी धीमी पड़ गई।
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ऋतुराज ने 83 गेंद में 12 चौके और 2 छक्कों की मदद से 105 रन की पारी खेली। यह उनका वनडे इंटरनेशनल करियर का पहला शतक रहा। वहीं कोहली ने अपना 53वां वनडे शतक जड़ा। उन्होंने 93 गेंद में 102 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। ऋतुराज-कोहली शतक ठोकने के बाद बड़े शॉट खेलने के प्रयास में आउट हुए। कप्तान केएल राहुल ने 43 गेंद में 6 चौके और 2 छक्के की मदद से नाबाद 66 रन बनाकर भारत को 350 के पार पहुंचाया लेकिन यह नाकाफी साबित हुआ।