भारतीय बल्लेबाज करुण नायर तीन साल बाद अब एक बार फिर से घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक की टीम मे वापसी करेंगे। उन्हें घर वापसी की इजाजत मिल गई है। विदर्भ क्रिकेट असोसिएशन ने उन्हें नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) दे दिया है। इसका मतलब है कि करुण नायर अब विदर्भ की टीम को छोड़कर अपनी घरेलू टीम कर्नाटक वापस जा पाएंगे। करुण पिछले तीन सालों से विदर्भ के लिए खेल रहे थे लेकिन अब वह कर्नाटक की टीम के लिए खेलेंगे। इस वक्त वह भारतीय टीम के साथ टेस्ट सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड में हैं।
विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने करुण नायर के जाने पर कहा, 'करुण को टीम छोड़कर जाते हुए देखना हमारे लिए दुखद है क्योंकि वह हमारी टीम का एक अहम हिस्सा थे। पिछले कुछ सीजन में उन्होंने हमारी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन यह उनका फैसला है। हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं और हमने उन्हें NOC दे दी है। उम्मीद है कि आने वाले सीजन में वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे।'
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विदर्भ के लिए अहम थे नायर
करुण नायर विदर्भ की टीम के अहम खिलाड़ी थे। विदर्भ की टीम में आकर करुण के प्रदर्शन में भी सुधार आया था। पिछले सीजन रणजी ट्रॉफी जीतने में करुण नायर ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने 16 पारियों में 53 की औसत से 863 रन बनाए थे। फाइनल मैच में उन्होंने केरल के खिलाफ शतक भी जड़ा था। उनके शतक के दम पर ही विदर्भ ने रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता था।
करुण नायर ने रणजी के अलावा विजय हजारे ट्रॉफी में भी अच्छे रन बनाए थे। इस टूर्नामेंट में उन्होंने लगातार पांच शतक जड़े थे। उन्होंने 120 से ज्यादा स्ट्राइक रेट के साथ आठ पारियों में 779 रन बनाए थे। इसके साथ ही उन्होंने लिस्ट ए में आउट हुए बिना ही 542 रन बनाने का रिकॉर्ड भी बनाया था। इसी शानदार प्रदर्शन की बदौलत आठ साल बाद करुण नायर की टीम इंडिया में वापसी हुई थी।
इंग्लैंड में अब तक नहीं चला बल्ला
आठ साल बाद टीम इंडिया में करुण नायर की वापसी हुई है लेकिन इंग्लैंड में उनका बल्ला कुछ खास कमाल नहीं कर पा रहा है। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में करुण नायर अब तक सभी तीन मैचों खेले हैं लेकिन वह अब तक एक अर्धशतक भी नहीं लगा पाए। इस टेस्ट सीरीज में उन्होंने 0, 20, 31, 26, 40, और 14 रनों की पारिया खेली हैं। इस सीरीज के चौथे मैच के लिए करुण नायर को टीम से बाहर करने की मांग उठने लगी है।
जानकारों के अनुसार, उन्हें चौथे टेस्ट मैच में मौका दिया जा सकता है। 23 जुलाई से शुरू होने वाले मैनचेस्टर टेस्ट 23 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसमें करुण के खेलने की संभावना है। अगर करुण मैनचेस्टर में भी खुद को साबित नहीं कर पाए तो फिर पांचवें टेस्ट मैच में उनके लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल होना मुश्किल होगा।
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कर्नाटक की टीम में मिलेगी टक्कर
करुण नायर की राह कर्नाटक की टीम में आसान नहीं है। टीम में पहले ही आर स्मरण, केएल श्रीजीत और केवी अनीश जैसे युवा बल्लेबाज हैं और इनके बीच में करुण को अपने लिए जगह बनानी होगी। आर स्मरण ने पिछले साल रणजी टूर्नामेंट में 516 रन बनाए थे और केएल श्रीजीत ने अपने डेब्यू मैच में शतक जड़ा था। मयंक अग्रवात को इस सीजन भी टीम का कप्तान बनाया जा सकता है।
हालांकि, उनकी मौजूदगी से टीम को फायदा जरूर मिलेगा और उनकी और मयंक अग्रवाल की जोड़ी से टीम में नई ताकत आएगी। कर्नाटक की टीम को तेज गेंदबाज वासुकी कोशिक की कमी खलेगी क्योंकि वह इस सीजन गोवा के लिए खेलेंगे।