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वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिमरन और निषाद ने जीता गोल्ड

वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शुक्रवार को भारत ने चार मेडल जीते और प्वाइंट्स टेबल में चौथे नंबर पर पहुंच गया। सिमरन और निषाद कुमार ने गोल्ड मेडल जीता है।

World Para Athletics Championship

निषाद कुमार, Photo Credit: Social Media

विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शुक्रवार को भारत ने कुल 4 मेडल जीते जिनमें दो गोल्ड मेडल भी शामिल हैं। हिमाचल के निषाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद टी-47  में यह गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने 2.14 मीटर की छलांग लगाकर यह मेडल अपने नाम किया। वहीं सिमरन ने महिलाओं की 100 मीटर टी12 के फाइनल में जीत दर्ज कर भारत के लिए दिन का पहला मेडल जीता। भारत अब प्वाइंट्स टेबल में चौथे नंबर पर पहुंच गया है।

 

निषाद ने इस जीत के साथ ही एशिया में नया रिकॉर्ड बना दिया है। यह उनका पहला गोल्ड मे़डल था इससे पहले वह  तोक्यो और पैरिस पैरालंपिक में गोल्ड नहीं जीत पाए थे उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा था। इस जीत के बाद निषाद कुमार ने कहा, 'मैं इस दिन का एक साल से इंतजार कर रहा था। मैं इस दिन के लिए बहुत मेहनत कर रहा था। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है। मेरे पास पहले से ही सिल्वर मेडल हैं। मैं कई साल से इस गोल्ड मेडल का इंतजार कर रहा था। मैंने अपनी डायरी में लिखा था कि मैं आज गोल्ड मेडल जीतूंगा।'

 

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रोडरिक टाउनसेंड को हराया

निषाद ने दिग्गज खिलाड़ी अमेरिका के रोडरिक टाउनसेंड को हराया है।  रोडरिक टाउनसेंड पांच बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं और तीन बार पैरालंपिक में गोल्ड जीत चुके हैं।  रोडरिक टाउनसेंड केवल 2.03 मीटर की छलांग से ब्रॉन्ज मेडल जीत पाए जबकि तुर्किये के अब्दुल्ला इल्गाज ने 2.08 मीटर के साथ सिल्वर मेडल जीता। 

6 साल की उम्र में कट गया था हाथ

निषाद कुमार जब 6 साल के थे तब घास काटने वाली मशीन से उनका दाहिना हाथ खो दिया था। जिस कैटेगरी (टी-47) में उन्होंने गोल्ड जीता है यह कैटेगरी उन पैरा एथलिटों के लिए है जिनकी कोहनी या कलाई के नीचे का हिस्सा कट गया हो या कोई अन्य दिव्यांगता हो। 

सिमरन ने जीता गोल्ड

शुक्रवार को भारत के लिए बेहतरीन दिन रहा। भारत के निषाद कुमार के साथ-साथ सिमरन ने भी भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। सिमरन ने महिलाओं की 100 मीटर टी12 के फाइनल में 11.95 सेकेंड में भारत के लिए दिन का पहला गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने जापान में हुए पिछले पैरालंपिक खेलों में 200 मीटर स्पर्धा में गोल्ड और 2024 पैरालंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 

एक और जीत के लिए तैयार सिमरन

सिमरन का जन्म समय से ढाई महीने पहले हुआ था। वह छह महीने तक इनक्यूबेटर में रही थीं। सिमरन के पिता मनोज शर्मा उन्हें इस खेल में लेकर आए और उनका साथ दिया। पिता के सहयोग से सिमरन ने खेल में अच्छा प्रदर्शन शुरू कर दिया। गोल्ड जीतने के बाग सिमरन ने कहा, 'अपने देश के लिए दौड़ना और मेडल जीतना मजेदार है। मैं हमेशा से अपने देश के लिए कुछ करना चाहती थी। मैंने 100 मीटर में गोल्ड मेडल जीता है और अब मैं 200 मीटर में भी अपना बेस्ट दूंगी।'

 

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चौथे स्थान पर पहुंचा भारत

शुक्रवार को मिले दो गोल्ड मेडल और दो ब्रॉन्ज मेडल की बदौलत भारत प्वाइंट्स टेबल में चौथे नंबर पर पहुंच गया है। भारत ने 7वें नंबर से तीसरे नंबर तक छलांग लगाई। भारत के हिस्से में अब कुल छह गोल्ड, पांच सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल हैं। इस प्रतियोगिता के अब सिर्फ दो दिन बचे हैं और ब्राजील 12 गोल्ड मेडलों के साथ पहले नंबर पर बना हुआ है। वहीं दूसरे नंबर पर चीन और तीसरे नंबर पर पोलैंड है। 

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