संजय सिंह, पटना: हाल के दिनों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में रोजगार और पलायन सबसे बड़ा मुद्दा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार बनने के तुरंत बाद से ही लोगों को रोजगार देने के लिए हर संभव कोशिश में जुट गए हैं। मुख्यमंत्री ने सुधा डेयरी प्रोजेक्ट और आज बक्सर में औद्योगिक प्रांगण का निरीक्षण किया। पूरे प्रदेश में बिजली व्यवस्था को और बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है। सीएम हर हाल में अपने वादे को पूरा करना चाहते हैं। उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल भी उद्यमियों को आकर्षित करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।
उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल का कहना है कि जल्द ही बीआईएसएफ के गठन का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। सरकार की अनुमति मिलते ही बीआईएसएफ के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके गठन का मुख्य उद्देश्य राज्य में निवेश करने वाले उद्यमियों और उद्योगों को सुरक्षा प्रदान करना है। इससे निवेशकों के बीच नया माहौल बनेगा। यहां भारी निवेश करने एवं उद्योग स्थापित करने के लिए निवेशक उत्सुक हैं। अगले पांच साल में 50 लाख करोड़ के निवेश की तैयारी है। इससे अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को रोजगार और नौकरी मिल सकेगी।
यह भी पढ़ें: 14 साल से ममता सरकार, मनरेगा, मजदूरी से कितना आगे बढ़ पाया पश्चिम बंगाल?
युवाओं को लाने की कोशिश
उद्यमियों की सुरक्षा के लिए पश्चिम बंगाल, गुजरात, तमिलनाडु जैसे राज्यों में पहले से सीआईएसएफ की तर्ज पर राज्य स्तर पर बल का गठन किया गया। यह बल राज्य सरकार के नियंत्रण में रहेगी।
पूरे प्रदेश में युवाओं को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा तरह तरह के उपक्रम किए जा रहे हैं। युवाओं को खेल के प्रति उत्साहित करने के लिए अब प्रत्येक जिले में ओलंपिक अकादमी खोला जाएगा। अकादमी के जरिए खेल प्रतिभाओं को निखारने की कोशिश की जाएगी। मालूम हो कि चुनाव के पहले राज्य सरकार ने हर पंचायत में खेल मैदान तैयार करने की बात कही थी। खेल प्रतिभाओं को ढूंढने का काम भी शुरु हो गया है।
ब्राउन शुगर का तस्कर गिरफ्तार
रेलवे अस्पताल बिहपुर के डॉक्टर आलोक कुमार को ब्राउन शुगर की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। उनके साथ चार अन्य तस्कर भी गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार तस्करों के पास से 200 ग्राम ब्राउन शुगर मिला। नवगछिया के एसपी को यह सूचना मिली थी कि रेलवे में पदस्थापित डाक्टर सीमांचल के अररिया से ब्राउन शुगर खरीदकर लाता है और बेचता है।
यह भी पढ़ें: सीढ़ियों पर लाशें, झुलसे हुए लोग, गोवा हादसे के चश्मदीदों ने क्या बताया?
एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक टास्क फोर्स गठित किया। टास्क फोर्स में शामिल सदस्यों ने अररिया से आ रही एक स्कॉर्पियो गाड़ी जिसका नंबर जेएच 21के 2265 था को रोककर तलाशी ली। वाहन में सवार शिवम कुमार की तलाशी लेने पर करीब 200 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद हुआ। इसके बाद वाहन में सवार रेलवे अस्पताल के डाक्टर आलोक कुमार, पीयूष कुमार और राजेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में सभी ने तस्करी में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली। रेलवे चिकित्सक द्वारा ब्राउन शुगर की तस्करी की बात सुनकर स्थानीय लोग भी हैरान हैं।