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'पाकिस्तानी' कहने पर किया था मुकदमा, हटाए जाएंगे 442 सोशल मीडिया पोस्ट

मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के पक्ष में फैसला सुनाते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने 442 सोशल मीडिया पोस्ट हटाने को कहा है। इन पोस्ट में मालाबार गोल्ड को पाकिस्तान समर्थक कहा गया था।

Bombay HC

बॉम्बे हाई कोर्ट, Photo Credit- Social Media

मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स को बॉम्बे हाई कोर्ट ने 29 सितंबर को एक मामले में बड़ी राहत दी है। हाई कोर्ट ने कहा है कि इस ब्रांड के खिलाफ मेटा, एक्स, गूगल और कुछ अन्य न्यूज साइटों पर जितने भी आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट किए गए हैं उन्हें तुरंत हटाया जाए। कंपनी ने कोर्ट को ऐसे पोस्ट वाले 442 यूआरएल की लिस्ट दी थी जिन्हें हटाने की मांग की गई थी। इस कंपनी ने अपना प्रचार करने के लिए एक पाकिस्तानी इन्फ्लुएंसर की मदद ली थी, इसी के चलते कंपनी को 'पाकिस्तान समर्थक' कहा गया था। यह आदेश जज संदीप मार्ने की बेंच ने दिया है।

 

मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स यूनाइटेड किंगडम, बर्मिंघम में अपना एक शोरूम खोलने की तैयारी कर रहा था। वहां के लोगों तक अपने ब्रांड को पहुंचाने के लिए प्रचार के लिए वहां की प्रचार कंपनी जेएबी स्टूडियोज की ओर रुख किया था। इनको वहां के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों को ब्रांड के प्रचार के काम के लिए रखने को कहा गया था।

 

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विवाद का मामला

जेएबी स्टूडियोज ने लंदन में रहने वाली पाकिस्तानी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अलिश्बा खालिद से प्रचार करवाया था। बाद में पता चला कि अलिश्बा ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के तुरंत बाद भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' की आलोचना की थी। इस पर ब्रांड ने अपनी सफाई में कहा कि इन्फ्लुएंसर को पहलगाम अटैक से पहले ही प्रचार के लिए रखा गया था। कंपनी ने यह भी कहा कि अलिश्बा के पाकिस्तानी मूल के बारे में होने की उनको कोई जानकारी नहीं थी।

 

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मामले में कोर्ट ने क्या कहा?

कोर्ट ने कहा, 'कंपनी की ओर से जिन 442 लिंक की लिस्ट दी गई है उन्हें सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाया जाना चाहिए। अलिश्बा खालिद के साथ किए गए समझौते के कारण कंपनी के खिलाफ किसी भी तरह का अपमानजनक पोस्ट नहीं किया जाना चाहिए। उन सभी पोस्ट को हटा दिया जाए जिसके बारे में कंपनी ने अपने केस में बताया है' यह मुकदमा मेटा प्लेटफॉर्म (फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम), एक्स, गूगल (यूट्यूब) और कुछ समाचार एजेंसियां के खिलाफ किया गया था।

 

कोर्ट ने आगे कहा, 'सोशल मीडिया पर कंपनी के खिलाफ पोस्ट में उन्हें पड़ोसी देश से जोड़ा जा रहा है। भारत के ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ बोलने वाली इन्फ्लुएंसर से प्रचार कराने से यह नहीं साबित होता कि वे पाकिस्तान का समर्थन करते हैं।' ब्रांड का तर्क है कि उनके विरोधियों की ओर से जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है कि त्योहारों के मौसम में उनका नुकसान हो

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