दिल्ली के मालवीय नगर के बेगमपुर इलाके में एक लखपत सिंह नाम के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने के आरोप में एक ही परिवार के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में एक नाबालिग भी है। उसके पिता का नाम खुशीराम है। पुलिस ने बताया कि खुशीराम ने अपने नाबालिग बेटे को उसके 18वें जन्मदिन (27 सितंबर) से एक दिन पहले हमले को अंजाम देने के लिए मर्डर के प्लान में शामिल किया था। पिता ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि बेटे को जुवेनाइल कानूनों का फायदा मिल सके। पुलिस के अनुसार लखपत सिंह पर सुबह करीब 6:30 बजे के विजय मंडल पार्क में मॉर्निंग वॉक करने के दौरान पहले क्रिकेट बैट से हमला किया गया और फिर देसी पिस्तौल से गोली मार कर हत्या कर दी गई।
पुलिस उपायुक्त (साउथ) अंकित चौहान ने कहा, 'लखपत सिंह खून से लथपथ और कई गहरे घावों के साथ पाया गया। उसे एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।' पुलिस ने कहा कि दोनों ने लखपत के रूटीन पर बारीकी से नजर रखी थी। डीसीपी ने कहा, 'आरोपी ने जानबूझकर अपने बेटे के 18वें जन्मदिन से एक दिन पहले ही प्लान को अंजाम देने का फैसला किया, ताकि वह जुवेनाइल कानूनों के तहत खुद को बचा सके। उसने अपने बेटे को, जो कई दिनों से पीड़ित की सुबह के रूटीन पर नजर रख रहा था, अपने साथ शामिल होने के लिए उकसाया।'
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हत्या का कैसे पता चला
पुलिस ने आरोपियों की पहचान करने के लिए 55 किलोमीटर के रास्ते में लगे 650 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की जांच की। आरोपी पार्क के बाहर एक काले रंग की हीरो स्प्लेंडर बाइक पर इंतजार करते देखे गए। दोनों ने अपने चेहरे ढक रखे थे। बाइक की नंबर प्लेट हटा दी गई थी। लखपत का पीछा करते हुए उन्हें अंदर ले जाया गया और उन पर हमला किया गया। पुलिस ने घटनास्थल से बाइक और एक टूटा हुआ क्रिकेट बैट बरामद किया। हत्या में कथित तौर पर इस्तेमाल की गई देसी पिस्तौल अभी तक बरामद नहीं हुई है।
नौ साल पुरानी दुश्मनी
पुलिस जांच के दौरान 9 साल पुरानी दुश्मनी का पता चला। 2016 में लखपत और उसके दोस्तों ने उसी इलाके में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर खुशीराम पर किसी प्रॉपर्टी के विवाद को लेकर हमला किया था। इस हमले के बाद वह 9 महीने तक बिस्तर पर पड़े रहे। ठीक होने के बाद परिवार के साथ इलाके को छोड़कर चले गए। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर केस दर्ज किए और तब से दोनों पक्षों में दुश्मनी चल रही है।
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आरोपी के 17 साल के बेटे को शनिवार शाम मालवीय नगर से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान, उसने पुलिस को अपने पिता के बारे में बताया। पिता को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि खुशीराम ने माना कि 2016 में हुए हमले का बदला लेने के लिए मर्डर का प्लान बनाया था। ऐसा भी पता चला कि वह पहले भी कम से कम चार मामलों में अपराधी रहा है।
एक अधिकारी ने कहा, 'तकनीकी निगरानी और कॉल रिकॉर्ड से प्रॉपर्टी डीलर की शामिल होने के सबूत मिले हैं। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि वह उत्तर-पश्चिम दिल्ली के औचंदी गांव की ओर जा रहा था, जहां वह फिलहाल रहते हैं।'