राजधानी दिल्ली में ठगी का एक नया मामला सामने आया है, जहां साधु बनकर चार लोगों ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को ठग लिया। पुलिस ने बताया कि चार लोगों ने साधु बनकर सीए से उसकी सोने की अंगूठी ले ली। हैरान करने वाली बात यह है कि यह ठगी इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई। इस मामले में पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया है कि 32 साल के गगन जैन एक कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए दिल्ली आए थे, तभी वे एयरोसिटी में जेडब्ल्यू मैरिएट होटल के पास ठगी का शिकार हो गए।
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साधु बन ऐसे की ठगी
IGI एयरपोर्ट की एडिशनल कमिश्नर उषा रंगनानी ने बताया, 'आरोपियों ने खुद को हरिद्वार अखाड़े के पुजारी के तौर पर पेश किया और वैदिक ज्ञान में पारंगत होने का दावा किया। उन्होंने गगन को भरोसा दिलाया कि उसकी सोने की अंगूठी में खराबी है और उसे अच्छे भाग्य के लिए उन्हें सौंप देना चाहिए।'
उन्होंने बताया, 'आरोपियों ने गगन को माथे पर तिलक लगाने को कहा। जब उसने मना कर दिया तो उन्होंने कहा कि अगर गंगा मैया पर विश्वास है तो उसे तिलक लगा लेना चाहिए।'
रंगनानी ने बताया, 'साधुओं की धमकियों से डरकर गगन ने अपने सोने की अंगूठी उन्हें दे दी। आरोपियों ने गगन से यह भी कहा कि वह पीछे मुड़कर न देखे। अगर उसने पीछे मुड़कर देखा तो उसे दुर्भाग्य का सामना करना पड़ेगा। बाद में गगन को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है तो उसने पुलिस को इसकी सूचना दी।'
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चारों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि मामले की सूचना मिलने के बाद CCTV फुटेज खंगाले गए और आरोपियों को महिपालपुर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम रिंकू नाथ, साहिल नाथ, रॉकी नाथ और विक्की नाथ हैं। आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि वे लोगों को ठगने के लिए साधु का वेश धरते थे। आरोपियों के पास से पुलिस ने सोने की अंगूठी बरामद कर ली है।
साधु बनकर क्यों करते थे ठगी?
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे चारों रिश्तेदार हैं और सपेरा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने हरिद्वार में देखा था कि कैसे लोग अच्छे भाग्य के लिए साधुओं को पैसा और बाकी चीजें दे देते थे। यहीं से उन्हें भी साधु बनकर ठगी करने का आइडिया आया था।