दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के 5 संदिग्ध आतंकवादियों को देश के 4 राज्यों से गिरफ्तार किया है। इसमें दिल्ली, मध्य प्रदेश, तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद और झारखंड की राजधानी रांची से लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने इनके ठिकानों से आईईडी (IED) बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ सामान भी बरामद किए हैं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार 5 संदिग्धों में दो दिल्ली से और एक-एक मध्य प्रदेश, हैदराबाद और रांची से है। रांची से अशरफ दानिश और दिल्ली से आफताब, सूफियान नाम के युवकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि अशरफ दानिश भारत से ही टेरर मॉड्यूल चलाता था। रांची में उसके ठिकाने से एक देसी पिस्टल, कारतूस, हाइड्रोक्लोरिक एसिड जैसे कई दूसरे तरह के केमिकल और लैपटॉप, मोबाइल फोन और कैश बरामद किया गया है।
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आफताब और सूफियान दोनों ही मुंबई के रहने वाले हैं। मुंबई में इनके ठिकानों पर भी स्पेशल सेल की छापोमारी हुई है। वहां से भी हथियार और IED बनाने का समान जब्त किया गया है। सभी संदिग्ध आतंकी सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए पाकिस्तान में मौजूद हैंडलर्स के संपर्क में थे।
स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह ने बताया
स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने कहा, 'पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और यह पाकिस्तान के हैंडलर द्वारा समर्थित देशव्यापी आतंकी मॉड्यूल था। गिरफ्तार लोगों में एक झारखंड का है, दो दिल्ली के हैं, जो मूल रूप से मुंबई के रहने वाले थे, एक तेलंगाना का और एक मध्य प्रदेश के राजगढ़ का है। उनके पास से सल्फर पाउडर, सल्फ्यूरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सोडियम बाइकार्बोनेट और आईईडी बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामान जैसे तार, मदरबोर्ड मिले हैं। लैपटॉप और मोबाइल फोन के साथ-साथ हथियार और कारतूस मिले हैं।'
एडिशनल सीपी ने आगे कहा, 'टीम के लीडर का कोडनेम 'सीईओ' था। इसमें मुख्य व्यक्ति दानिश था। गिरफ्तार किए गए सभी पांच लोग 20 से 26 साल के युवा हैं। दानिश झारखंड का है; उसके पास से सबसे ज्यादा सामान मिला है। वह पाकिस्तान के हैंडलर के संपर्क में था और उसने पूरे ग्रुप को जोड़ा था। उसके साथ दूसरा व्यक्ति आफताब अंसारी था। वह मुंबई के पास रहता है और ठाणे जिले का रहने वाला है।'
लोगों की भर्ती सोशल मीडिया के जरिए
दिल्ली पुलिस के सूत्रों की मानें तो सभी संदिग्ध आतंकी भारत में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। ये सोशल मीडिया का इस्तेमाल देश के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और लोगों को अपने नेटवर्क में भर्ती करने के लिए करते थे। यह टेरर ग्रुप सांप्रदायिक नफरत फैलाने और धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने के मकसद से ऑनलाइन कई और ग्रुप भी चलाते थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसी केस में 2024 के अगस्त महीने में रांची से डॉक्टर इश्तियाक को पकड़ा था। अब रांची से ही दानिश को पकड़ा गया है। पुलिस को दानिश की तलाश कब से थी। इस केस में दानिश फरार चल रहा था। पिछले साल टेरर मॉड्यूल में हरियाणा से भी दिल्ली पुलिस ने 6 से 7 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था।