देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है। दिन के उजाले में ही यहां दो बदमाशों ने गाड़ी से जा रहे बाप और बेटे पर गोलियां चला दी। इस घटना में बेटे की मौत हो गई है। परिवार को शक है कि प्लॉट को लेकर विवाद के चलते यह घटना हुई है। हैरान करने वाली बात यह है कि गोलीबारी पुलिस बूथ के पास ही हुई। इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक आरोपी पकड़े नहीं गए हैं।
यह मामला साउथ दिल्ली के आया नगर में रहने वाले रामवीर लोहिया और उनके बेटे अरुण के साथ हुआ है। एक विवाद के सिलसिले में वह गुरुवार को कोर्ट गए थे और दोनों अपनी कार से कोर्ट से वापस जा रहे थे। इस दौरान उन पर गोलीबारी की गई। इस गोलीबारी में गाड़ी चला रहे अरुण को गोली लग गई थी जिस कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। यह घटना दिल्ली के सीडीआर चौक पर हुई है। गोलीभारी के बाद बदमाश बाइक पर बैठकर फरार हो गए।
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पुलिस बूथ के पास हुई घटना
यह घटना जहां हुई उसके पास में पुलिस बूथ भी है। जैसे ही फायरिंग की आवाज पास के पुलिस बूथ में बैठे ऑफिसर और आसपास ड्यूटी कर रहे ट्रैफिक पुलिसकर्मीयों को आई वह गाड़ी की तरफ भागे। सड़क पर जा रहे लोगों ने भी हिम्मत दिखाई और एक बाइक सवार ने अपना हेलमेट उतारा और बदमाशों के ऊपर मारा। यह हेलमेट टूटकर चूर-चूर हो गया था। पुलिस और आसपास के लोगों को देखकर बदमाश अपने साथी के साथ बैठकर फरार हो गया।
योजना बनाकर की गोलीबारी
रामवीर लोहिया और उनके बेटे अरुण पर यह हमला पूरी प्लानिंग के साथ किया गया। बदमाशों ने पहले ही उनको निशाना बनाने की योजना बना रखी थी। बदमाश बाइक पर सवार थे और पीछे बैठे बदमाश के पास बंदूक थी। वह पहले ही घात लगाकर रामवीर लोहिया और उनके बेटे अरुण को जिस रास्ते से जाना था उसी पर बैठ गए थे। गोलीबारी के दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एक बदमाश भागा और कूदकर दूसरी तरफ चला गया। बाइक चला रहा बदमाश यूटर्न लेकर कुतुबमीनार की तरफ फरार हो गया।
इस घटना के बाद पास के बूथ में बैठे पुलिस वाले भागकर गाड़ी के पास आए। अरुण को कई गोलियां लग चुकी थीं और वह गंभीर हालत में था और पुलिस तुरंत अरुण को हॉस्पिटल ले गई। इस घटना के दौरान अरुण के पिता रामवीर लोहिया भी उनके साथ गाड़ी में बैठे थे। उन्होंने बताया हमलावरों ने 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग की है। उनका कहना है कि अरुण को इतनी गोलियां मारी गईं कि हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
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क्या था विवाद?
मृतक अरुण के पिता ने बताया कि एक प्लॉट को लेकर 20 लाख रुपये का विवाद पहले से चल रहा था। इस विवाद में परिवार और पंचायत के जरिए फैसला भी हो गया था। रामवीर लोहिया को शक है कि जिन लोगों ने यह हमला करवाया है वे कई दिनों से उनके पीछे थे। उन्हें शक है कि जिन्होंने हमला किया है वे पेशेवर अपराधी हो सकते हैं। अरुण के पिता को अपने परिवार की चिंता है और उन्हें शक है कि उनके परिवार के किसी और मेंबर को भी निशाना बनाया जा सकता है। रामवीर एक तरफ अपने बेटे की मौत पर इंसाफ की मांग कर रहे हैं। वहीं, दिल्ली पुलिस से अपने परिवार को सुरक्षा देने की भी मांग कर रहे हैं। बता दें कि मृतक अरुण लोहिया की उम्र लगभग 30 साल थी। वह शादीशुदा थे और उनके दो बच्चे भी हैं।
इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे साउथ दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के एडिशनल DCP अचिन गर्ग ने कहा, 'वारदात करने वाले आरोपियों की पहचान कर ली गई है। उन्हें पकड़ने के लिए कई टीम बना दी गई है, उन्हें जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा।' इस घटना के आरोपी अभी पकड़े नहीं गए हैं पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। दिल्ली की सड़कों पर दिन के समय बेखौफ तरीके से गोलीभारी करके अपराधियों का भाग जाना दिल्ली की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।