राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में श्री सांवलियाजी मंदिर है। इस मंदिर में भक्त अपनी भक्ति भाव और श्रद्धा के अनुसार चढ़ावा चढ़ाते हैं। इसमें खास बात या फिर हैरान करने वाली बात ये है कि भक्त चढ़ावे में सांवलिया सरकार को अफीम भेंट करते हैं।
मंदिर के भंडार गृह में 58 किलो से ज्यादा अफीम पाई गई है। मंदिर में अफीम की मौजूदगी की खबर फैलते ही गुरुवार को केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग ने उसे अपने कब्जे में ले लिया।
इलाके में अफीम की अच्छी पैदावार
दरअसल, इलाके में अफीम की अच्छी खेती होती है। यहां के किसान खेतों में अच्छी अफीम की उपज और मुनाफे, तस्कर सुरक्षित अफीम ले जाने के बदले में सांवलिया सरकार से मन्नत मांगते हैं। भक्त मन्नत मांगते हुए मंदिर में सांवलिया सरकार को अफीम चढ़ाते हैं।
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चित्तौड़गढ़ के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार दोपहर केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग प्रतापगढ़ और नीमच की दो टीमें मंदिर पहुंची थीं। यहां मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गर्भ गृह के नीचे बने तहखाने में इलेक्ट्रॉनिक कांटा लेकर पहुंचे। घंटों तक चली कार्रवाई के बाद वहां रखी हुई 58 किलो से ज्यादा अफीम को अपने कब्जे में ले लिया।
अफीम कब्जे में लेगा नारकोटिक्स विभाग
अधिकारियों ने कहा कि अब आगे से जो भी चढ़ावे में अफीम आएगी, हर महीने नारकोटिक्स और पुलिस विभाग मंदिर पहुंचकर अफीम को अपने कब्जे में ले लेगी। वहीं, नारकोटिक्स विभाग ने जो अफीम बरामद की है उसे नीमच के अफीम क्षारीय कारखाने को सौंपा जाएगा।
सांवलिया मंदिर में मन्नत पूरी होने पर लाखों रुपए की नकदी के साथ प्लॉस्टिक की थैलियों में अफीम भी भंडार में डाले जाते हैं। एक साल पहले तक अफीम को मंदिर के पुजारी खुद पीते थे, साथ ही भक्तों को प्रसाद के रूप में बांटते थे। इसके अलावा पुजारी चढ़ावे की अफीम को कस्बे के अन्य नशेड़ियों को बेच देते थे।