पंजाब के गुरदासपुर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां बाइक पर सवार कुछ लोगों ने एक महिला को दिनदहाड़े गोली मार दी। जांच में पता चला है कि जिस महिला की हत्या हुई है, वह मशहूर गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां थी। महिला का नाम हरजीत कौर बताया गया है। पुलिस के मुताबिक इस वारदात में तीन लोग शामिल थे और फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है। यह घटना बटाला इलाके की है। बता दें कि जग्गू भगवानपुरिया का गैंग, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का दुश्मन माना जाता है।
हरियाणा के दो बदमाशों प्रभू दासुवाल और कौशल चौधरी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर दावा किया है कि उन्होंने गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां की हत्या करवाई है। दोनों ही बंबीहा गैंग से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। अब पुलिस इस पोस्ट की जांच कर रही है। इस वारदात का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि तीन लड़के बाइक पर सवार होकर आते हैं और सड़क किनारे खड़ी एक कार पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाते हैं। हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग की और फिर वहां से भाग निकले।
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2015 से जेल में बंद है जग्गू भगवानपुरिया
जग्गू भगवानपुरिया की बात करें तो वह पंजाब के भगवानपुर गांव का रहने वाला है और 2015 से जेल में बंद है। हाल ही में उसे असम की एक जेल में शिफ्ट किया गया है। जग्गू पर हत्या, लूट और जबरन वसूली जैसे कई संगीन केस दर्ज हैं। पंजाब में उसे 'वसूली किंग' कहा जाता है और कहा जाता है कि उसने कनाडा में भी मर्डर कराए हैं।
शुरुआत में लॉरेंस, जग्गू और गोल्डी बराड़ तीनों अच्छे दोस्त थे और एक ही गैंग में काम करते थे लेकिन बाद में जग्गू ने अपना अलग रास्ता पकड़ लिया और खुद का गैंग बना लिया। इसके बाद इनके बीच दूरियां बढ़ती गईं। लॉरेंस और गोल्डी का कहना है कि जग्गू ने ही सिद्धू मूसेवाला के दो शूटर्स की जानकारी पंजाब पुलिस को दी थी।
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पंजाब के सबसे खतरनाक गैंगस्टरों में से एक
जग्गू भगवानपुरिया, जो कभी एक दमदार कबड्डी प्लेयर था, आज पंजाब के सबसे खतरनाक और पैसे वाले गैंगस्टरों में से एक माना जाता है। वह पंजाब के गुरदासपुर जिले के भगवानपुर गांव का रहने वाला है और 2015 से जेल में बंद है। उस पर मर्डर, वसूली, हथियारों और ड्रग्स की तस्करी जैसे 128 से भी ज्यादा केस दर्ज हैं।
लोग उसे पंजाब का 'वसूली किंग' भी कहते हैं। उसका नेटवर्क सिर्फ इंडिया तक सीमित नहीं है, बल्कि पाकिस्तान से लेकर कनाडा तक फैला हुआ है। कनाडा में भी वह कई हत्याओं के केस में वांछित है और इंटरनेशनल ड्रग्स और हथियारों की स्मगलिंग से उसका नाम जुड़ा है। 2025 में NCB ने उसे बठिंडा से हटाकर असम की एक हाई-सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग से उसकी जान को खतरा था। कभी बिश्नोई और गोल्डी बरार उसके करीबी थे, लेकिन जब मूसेवाला केस के शूटर्स की जानकारी लीक होने का आरोप उस पर लगा, तो दोनों ने उससे नाता तोड़ लिया। उसी लीक की वजह से शूटर्स का एनकाउंटर भी हुआ।