उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में शनिवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। तेज तूफान और बारिश के चलते एसीपी अंकुर विहार ऑफिस की छत गिर गई। इस हादसे में 58 साल के सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र मिश्रा की मौत हो गई। वीरेंद्र मिश्रा उस समय ऑफिस में सो रहे थे। अचानक छत का लिंटर गिरा और वह मलबे में दब गए जिससे उनकी मौके पर ही जान चली गई। वीरेंद्र मिश्रा एसीपी ऑफिस में पेशकार के पद पर तैनात थे।
हादसे के बाद उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस घटना के बाद पुलिस विभाग में शोक की लहर है। साथ ही सवाल उठ रहे है कि जब इमारत जर्जर हालत में थी, तो वहां सरकारी कामकाज कैसे चल रहा था। बता दें कि शनिवार रात गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली-NCR में तेज तूफान और बारिश हुई थी। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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शनिवार को हुई थी तेज बारिश
गौरतलब है कि शनिवार रात दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में तेज आंधी और बारिश हुई। यह मौसमीय तूफान 'नॉरवेस्टर' कहलाता है, जिसे पूर्वी भारत में ‘काल बैसाखी’ के नाम से भी जाना जाता है। यह प्री-मॉनसून सीजन के दौरान अक्सर आता है और पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम, झारखंड, बिहार और बांग्लादेश में भारी नुकसान पहुंचाता है। इस दौरान गरज-चमक के साथ तेज बारिश होती है।
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शनिवार को ड्यूटी पर थे वीरेंद्र मिश्रा
दरोगा वीरेंद्र मिश्रा अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहते थे। शनिवार रात वह ड्यूटी पर थे और देर रात काम खत्म होने के बाद ऑफिस में ही सो गए। रात करीब 2:30 बजे तेज बारिश शुरू हुई, जिसके चलते ऑफिस के कमरे की छत भरभराकर गिर गई। छत का मलबा वीरेंद्र मिश्रा पर आ गिरा, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
अंकुर विहार एसीपी कार्यालय का निर्माण महज दो साल पहले ही कराया गया था। इस भवन को ठेकेदार आशीष कुमार द्वारा बनाया गया था। गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू हुए ढाई साल से अधिक हो चुके हैं। एसीपी दफ्तर के निर्माण के लिए करीब 5.5 लाख रुपये का बजट पास हुआ था। अब सवाल उठ रहे हैं कि हाल ही में बने इस भवन की छत आखिर इतनी जल्दी कैसे गिर गई?