हरियाणा में हो रही लागातार बारिश के कारण पंचकूला के मोरनी में घग्गर नदी पर बना पुल बह गया है। गांव वालों ने बिना किसी प्रशासनिक मदद के एक बिजनेसमैन की मदद से यह पुल बनवाया था।
मोरनी में बहा पुल, Photo Credit: Khabargaon.com
देशभर में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं। हरियाणा में भी पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, कैथल, जींद में अगले 24 घंटे तक लगातार बारिश होने की संभावना जताई है। पंचकूला जिले के मोरनी ब्लॉक के एक गांव में सालों के इंतजार के बाद गांव वालों ने बिना किसी सरकारी मदद के पुल बनवाया था जो घग्गर में आए उफान में बह गया। एक ग्रामीण की मोटरसाइकिल भी इस उफान में बह गई। स्थानीय नागरिकों ने इस पुल को बनवाने के लिए बहुत जद्दोजहद की लेकिन प्रशासन लोगों की मांग को सालों तक नजरअंदाज करता रहा। अंत में गांव वालों ने पंजाब के एक बिजनेसमैन की मदद से यह पुल बनवाया था।
यह पुल पंचकूला के मोरनी ब्लॉक की नाईटा और टिपरा पंचायत को आपस में जोड़ता था। लगातार हो रही बारिश के कारण 31 अगस्त दोपहर से ही नदी का जलस्तर बढ़ने लगा था। नदी में उफान आया तो सालों के इंतजार के बाद बना पुल भी बह गया। पहाड़ी इलाका होने के कारण मोरनी की सभी 14 पंचायतों को उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने संवेदनशील इलाका घोषित किया था और लोगों से सतर्क रहने की अपील की थी। मोरनी की कई सड़कें लैंडस्लाइड के कारण बंद हैं।
घग्गर नदी पर पुल ना होने के कारण इस इलाके के लोगों का संपर्क टूट जाता था। बच्चे स्कूल नहीं जा पाते थे और अस्पताल जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी लोग नदी में उफान के कारण वंचित रह जाते थे। खरुणी गांव की यह हालत देख पंजाब के बिजनेसमैन जगजीत सिंह ने ग्रामीणों के सहयोग से अपनी कंपनी के पैसे का इस्तेमाल करके इस पुल को बनवाया था। साल 2022 में इस पुल का उद्धघाटन किया गया था। इसके बाद से गांव के बच्चों को बारिश के मौसम में घर नहीं बैठना पड़ता था और रोजमर्रा के काम भी नियमित रूप से होते रहते थे लेकिन यह पुल सिर्फ तीन साल ही टिक पाया।
पुल बनने के बाद की तस्वीर
ट्रैकिंग के लिए गांव पहुंचे थे जगमीत
बता दें कि जगमीत सिंह ने मोरनी में फार्म हाउस बनवाया है और वह अपने दोस्तों के साथ ट्रैकिग करते हुए खरुणी गांव में पहुंचे थे। इस गांव में एक बुजुर्ग महिला ने उन्हें नदी पर पुल न होने के कारण स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और गंभीर रूप से बीमार, गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के किए अस्पताल ले जाने के समय होने वाली परेशानी के बारे में बताया था। गांव की यह हालत देख उनका दिल पसीज गया और उन्होंने नदी पर पुल बनवाने की ठानी। उनके सहयोग से यह पुल 2022 में बनकर तैयार हो गया। इलाके के लोगों ने इकट्ठा होकर इसका जश्न भी मनाया था लेकिन उनकी खुशियां कल रात घग्गर नदी बहा कर ले गई।
पुल के उद्धघाटन में जश्न मनाते लोग
मोरनी में नहीं हैं आधारभूत सुविधाएं
मोरनी हिल स्टेशन जितना खूबसूरत है उससे कहीं ज्यादा कठिन यहां के लोगों का जीवन है। सुदूर इलाका होने के कारण इस इलाके के गांवों में आज भी आधारभूत सुविधाएं नहीं हैं। पहाड़ी इलाका होने के कारण लैंडस्लाइड, नदी पर पुल ना होना, सड़के ना होना जैसी समस्याएं हैं। इस इलाके से होकर ही घग्गर नदी बहती है और बारिश के मौसम में यह नदी रोद्र रूप धारण कर लेती है। नदी पार बसे गांवों के लोग भारी बारिश के कारण नदी पार नहीं कर पाते और कई दिनों तक गांव में बंधकर ही रह जाते हैं। ग्रामीणों को सड़कों के लिए प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिलती और हर साल बारिश के बाद स्थानीय नागरिक श्रमदान करके रास्ते और कच्ची सड़कें ठीक करते हैं। नदी पर पुल ना होने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पाते और रोजमर्रा के कामों के लिए भी लोग नदी पार नहीं कर पाते।
मोरनी के कई गांवों की यही स्थिति है। पिछले महीने ही मोरनी के खरोग गांव में एक गर्भवती महिला को डिलीवरी के लिए ग्रामीण चारपाई पर अस्पाल ले जा रहे थे। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई लेकिन फिर भी प्रशासन तक यहां के लोगों की आवाज नहीं पहुंची। हालांकि, इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मोरनी में कुछ पुलों के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
मौसम विभाग ने हरियाणा के पंचकूला जिले में अगले 24 घंटे यानी कल सुबह 8 बजे तक लगातार बारिश होने की संभावना है। हरियाणा में टांगरी, घग्गर, मारकंडा नदी में जलस्तर बढ़ गया है। घग्गर नदी में जस्तर बढ़ने से पंचकूला और आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।