हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ सालों से मानसून में भारी बारिश के कारण राज्य में तबाही का भयंकर मंजर देखने को मिल रहा है। इस साल भी 20 जून से शुरू हुई बारिश ने पहले दिन से ही रोद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया था। अब तक राज्य में 370 लोगों की मौत हो गई है और 615 सड़कें बंद हो गई है। कई लोगों की जमीन, मकान लैंडस्लाइड में तबाह हो गई। राज्य के लोग अब सरकारों से विकास परियोजनाओं पर भी सवाल करने लगे हैं। कांग्रेस विधायक चंद्र शेखर ने सड़क परियोजना में पहाड़ों की अवैज्ञानिक कटिंग के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। विधायक का कहना है कि लापरवाही की वजह से उनकी विधानसभा में 400 लोगों के गिर गए हैं।
कांग्रेस विधायक चंद्रशेखर ने नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को उनका आमरण अनशन चौथे दिन में पहुंच गया है। विधायक का कहना है कि अधिकारियों ने धर्मपुर में हाइवे का सत्यानाश कर दिया है। चंद्रशेखर का आरोप है कि पहाड़ों की अवैज्ञानिक कटिंग के कारण उनके विधानसभा में 400 लोगों के घर गिर चुके हैं। जनता में इस सड़क परियोजन के खिलाफ बहुत गुस्सा है। अब विधायक और स्थानीय लोग केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मामले में हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।
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क्या बोले विधायक चंद्रशेखर?
आमरण अनशन पर बैठे विधायक चंद्रशेखर ने संबंधित अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'यह बहुत पीड़ादायक है कि विधायक को पिछले ढाई साल से अपने क्षेत्र की मांगों को जिन अधिकारियों के सामने रखना था वह रखी गईं। अधिकारियों को अपनी गलती का भी पता है लेकिन अभी तक इस पर एक्शन नहीं लिया गया।' उन्होंने कहा कि विधानसभा में भी कई बार यह मुद्दा उठाया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में आई आपदा के लिए क्लाइमेट चेंज एक कारण हो सकता है लेकिन इसके पीछे जो मानवीय कारण हैं वे बहुत पीड़ादायक हैं।
नितिन गडकरी से हस्तक्षेप की मांग की
चंद्रशेखर ने कंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उनकी मांगों पर ध्यान देने के लिए कहा और जिम्मेदार अधिकारियों को इस सड़क परियोजना से हटाने का आग्रह किया। विधायक ने कहा, मेरी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मांग है कि वह इस प्रोजेक्ट में हस्तक्षेप करें और जिन अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट को खत्म कर दिया है उन अधिकारियों को हटाया जाए।' विधायक का कहना है कि यह प्रोजेक्ट इन अधिकारियों के कारण पूरा नहीं हो पाएगा।
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सड़क परियोजना से हुआ नुकसान
विधायक का कहना है कि इस सड़क परियोजना के कारण उनकी विधानसभा में बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में 22 पंचायतें इस परियोजना से प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा कि 5 स्कूल, कई बिजली परियोजनाएं, घर और सड़कें तबाह हो गई हैं। अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण अब मुझे आमरण अनशन पर बैठना पड़ रहा है।
क्या है मांगे?
- प्रभावित लोगों को मुआवजा दें
- अधिकारियों को हटाया जाए
- लिखित में दी गई शिकायतों को हल करने की जिम्मेगारी मंत्रालय ले