दिल्ली में लाल किला के बाहर जो ब्लास्ट हुआ था, उसे लेकर दिल्ली, हरियाणा से लेकर जम्मू-कश्मीर तक जांच की जा रही है। इसी सिलसिले में गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में कई मस्जिदों और मदरसों की तलाशी ली गई। यह कार्रवाई टेरर नेटवर्क और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा थी। यह छापेमारी इसलिए की गई, ताकि टेरर नेटवर्क को खत्म किया जा सके।
लाल किला के बाहर 10 नवंबर को कार में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट ह्युंडई i20 कार में हुआ था, जिसे डॉ. उमर मोहम्मद चला रहा था। इस आतंकी घटना की जांच NIA कर रही है।
इस मामले में NIA ने अब तक उमर से जुडे़ कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में NIA ने दो मौलवियों को भी गिरफ्तार किया है, जिनमें शोपियां के मौलवी के इरफान अहमद और हरियाणा के मौलवी इश्तियाक शामिल हैं।
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कहां हुई छापेमारी?
पुलिस ने बताया कि गुरुवार को श्रीनगर के सभी मदरसों और मस्जिदों में छापा मारकर तलाशी ली गई।
उन्होंने बताया कि यह जांच इलाके में टेरर सपोर्ट इकोसिस्टम को खत्म करने और डी-रेडिकलाइजेशन की कोशिशों को मजबूत करने के लिए आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों और नेटवर्क के खिलाफ चल रही कार्रवाई का हिस्सा है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान मजिस्ट्रेट और गवाह भी साथ में थे। इनके साथ मिलकर राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता के लिए खतरनाक आतंक से जुड़ी या कट्टरपंथी गतिविधियों से जुड़े सबूत इकट्ठा करने के लिए कई जगहों की तलाशी ली गई।
उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान मस्जिदों और मदरसों से डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज और दूसरी चीजों की जांच की।
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अभी छापेमारी होती रहेगी
पुलिस ने बताया कि जहां भी राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाले आतंक या कट्टरपंथी गतिविधियों से जुड़े लोगों की मौजूदगी का भरोसेमंद इनपुट मिलेगा, वहां ये तलाशी जारी रहेगी।
लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के बाद से जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने घाटी में जमात-ए-इस्लामी से जुड़े संगठनों सहित बड़े पैमाने पर छापेमारी की है।
10 नवंबर को जो ब्लास्ट हुआ था, उसकी लिंक उस 'टेरर मॉड्यूल' से जुड़ी है जिसकी जांच जम्मू-कश्मीर पुलिस कर रही थी। उस जांच के दौरान पुलिस ने फरीदाबाद से 2900 किलो विस्फोटक बरामद किया था। इस मॉड्यूल में कथित तौर पर फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाले डॉक्टर शामिल थे।
पुलिस ने फरीदाबाद से जो विस्फोटक बरामद किया था, उसे श्रीनगर के बाहरी इलाके नौगाम में रखा था। 14 नवंबर को नौगाम पुलिस स्टेशन में जब फोरेंसिक टीम इसके सैंपल ले रहे थे, तब इसमें ब्लास्ट हो गया था, जिसमें 9 लोग मारे गए थे।