मध्यप्रदेश के रीवा जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां प्रथम सिविल जज मोहिनी भदौरिया को डकैतों ने 500 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग करते हुए जान से मारने की धमकी दी है। यह धमकी एक लिखित पत्र के जरिए दी गई, जिसमें चेतावनी दी गई कि रकम न चुकाने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पुलिस के मुताबिक, यह पत्र उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से स्पीड पोस्ट के जरिए भेजा गया था। पत्र भेजने वाले ने खुद को कुख्यात हनुमान गिरोह का सदस्य बताया और लिखा कि यदि जिंदा रहना है तो 1 सितंबर की शाम 7:45 बजे तक पैसे उत्तर प्रदेश के बड़गढ़ जंगल में पहुंचाने होंगे, वरना अंजाम बुरा होगा।
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पुलिस ने की कार्रवाई
धमकी भरा पत्र मिलते ही जज भदौरिया ने इसकी सूचना पुलिस को दी। रीवा के एसपी विवेक सिंह ने तत्काल विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया और एक टीम को उत्तर प्रदेश रवाना किया। उन्होंने बताया कि पत्र रजिस्टर्ड डाक से भेजा गया था और उसमें 5 अरब रुपये की मांग दर्ज है। अब तक की जांच में एक संदिग्ध की पहचान हो चुकी है और पुलिस उसके गिरफ्तारी की दिशा में आगे बढ़ रही है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पत्र प्रयागराज से भेजा गया और उसमें हनुमान गिरोह का नाम इस्तेमाल किया गया—वही गिरोह जो कभी मध्य भारत में खौफ का पर्याय था। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी प्रयागराज जिले का रहने वाला है और उसकी तलाश जारी है।
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केस दर्ज
यह मामला सोहागी थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जो मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश की सीमा पर स्थित है। इस धमकी के बाद न केवल न्यायपालिका बल्कि पूरे कानून-व्यवस्था तंत्र में चिंता की लहर दौड़ गई है। सुरक्षा को देखते हुए रीवा में अदालत परिसरों और न्यायाधीशों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने इस संबंध में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(4) के तहत केस दर्ज कर लिया है।