मणिपुर में रविवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई। चूड़ाचांदपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के सिलसिले में लगाए गए बैनर और 'कटआउट' को फाड़ने के आरोप में दो युवकों को हिरासत में लिए जाने के विरोध में रविवार को भीड़ की सुरक्षाबलों के साथ झड़प हो गई।
पुलिस ने बताया कि पियरसनमुन और फाइलिएन बाजार में लगे कई बैनर और कटआउट 11 सितंबर की रात फाड़ दिए गए। इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने कई युवकों को हिरासत में लिया था। हालांकि, पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया जबकि दो युवकों को हिरासत में ही रखा गया।
थाने पर पत्थरबाजी, युवकों की रिहाई की मांग
युवकों को हिरासत में लिए जाने के विरोध में रविवार को भीड़ पुलिस थाने के बाहर जुट गई। भीड़ ने पुलिस थाने पर पथराव किया।
पुलिस ने बताया कि जल्द ही हालात बिगड़ गए। भीड़ ने अचानक पुलिस थाने और सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। भीड़ युवकों की रिहाई की मांग कर रही थी।
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युवकों की रिहाई के बाद शांत हुई भीड़
भीड़ आरोप लगा रही थी कि पुलिस ने ऐसे ही किसी को भी पकड़ लिया है। हालांकि, पुलिस का कहना था कि ऐसे ही किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है। जिन युवकों को हिरासत में लिया गया है, बल्कि जिस जगह पर बैनर फाड़े गए थे और तोड़फोड़ हुई थी, वहां से इन्हें पकड़ा गया था।
पुलिस ने पहले दावा किया था कि दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और थाने में पथराव करने लगी। पुलिस ने बाद में दोनों युवकों को छोड़ दिया, तब जाकर हालात काबू में आए।
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13 सितंबर को मणिपुर आए थे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 सितंबर को मणिपुर का दौरा किया था। मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच भड़की हिंसा के बाद पीएम मोदी का यह पहला दौरा था। मणिपुर में कुकी और मैतेई के बीच 3 मई 2023 से हिंसा जारी है।
पीएम मोदी ने कुकी के गढ़ चूड़ाचांदपुर और मैतेई बहुल इम्फाल में एक रैली को संबोधित किया था। उन्होंने मणिपुर को 'शांति का प्रतीक' बनाने का वादा किया।