पैसे के लिए इंसान किस हद तक गिर सकता है? इसका आप अंदाजा नहीं लगा सकते। मगर, पैसों के लिए दरिंदगी करने वाले इंसानों के सैकड़ों उदाहरण मिल जाएंगे। ऐसा ही एक उदाहरण सहित मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से आया है। मेरठ में एक शख्स ने बीमा के पैसों को लेने के लिए पहले अपनी पत्नी, फिर अपने पिता और मां की हत्या कर दी। इन हत्याओं को करने के बाद उसे पैसे मिल भी गए। मगर, अब मेरठ पुलिस ने दरिंदे का भंडाफोड़ कर दिया है।
दरअसल, मेरठ का रहने वाला 37 साल का विशाल सिंघल ने 50 करोड़ रुपये के बीमा का दावा करने के लिए अपनी पहली पत्नी, पिता और मां की हत्या कर दी। विशाल यह सब पिछले सात-आठ सालों से कर रहा था, लेकिन उसकी चौथी पत्नी ने भंडाफोड़ कर दिया। विशाल सिंघल ने पुलिस को बताया है कि उसकी दूसरी और तीसरी पत्नियां उसे छोड़कर चली गई थीं। पुलिस ने विशाल और उसके साथी एक आरोपी हापुड़ जिले से गिरफ्तार किया है। विशाल की चौथी पत्नी ने पुलिस को परिवार में हुई कई संदिग्ध मौतों की सूचना दी थी।
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विशाल सिंघल ने हत्या करके पहले ही 1.5 करोड़ रुपये बीमे का दावा कर चुका है, जो उसे मिल भी गया है। वह बीमे का और दावा दायर करने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस ने उसे और उसके साथी को हिरासत में ले लिया।
चौथी पत्नी को हुआ था शक
मेरठ के गंगानगर निवासी आरोपी ने अपनी चौथी पत्नी श्रेया के नाम पर कई हाई प्रोफाइल वाली जीवन बीमा पॉलिसयां करवा ली थी। इन पॉलिसियों पर उसने साइन भी करना लिए थे। मगर, समय बीतने के साथ श्रेया को पति विशाल पर शक हुआ। दरअसल, श्रेया ने इसी बीच संभल में चल रहे एक बीमा घोटाले की जांच के बारे में एक खबर पढ़ी, जिसके बाद उसकी शक और गहरा गया। उसने पाया कि खबरों और विशाल वाली कहानी में एक जैसा पैटर्न था।
श्रेया सबसे पहले अपने शक के आधार पर मेरठ पुलिस के पास शिकायत लेकर गई थी, लेकिन मेरठ पुलिस ने उसकी चिंताओं को खारिज कर दिया। इसके बाद उसने संभल पुलिस से संपर्क किया। संभल पुलिस पहले से ही 11 राज्यों में बीमा के नाम पर फर्जी मौतों से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों की जांच कर रही है।
पिता ने मांगी थी मदद
श्रेया ने कहा, 'मैंने देखा कि विशाल मुझ पर पॉलिसी साइन करने के लिए दबाव डाल रहा था, और उसके परिवार में पहले भी कई मौतें हो चुकी थीं। उसके पिता ने यह कहते हुए मुझसे मदद भी मांगी थी कि उन्हें अपनी जान का डर है। उनकी मौत के बाद, मैं अपने माता-पिता के घर भाग गई।' संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्णकांत बिश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला उस व्यापक घोटाले में इस्तेमाल किए गए तरीकों से मेल खाता है जिसकी वे पहले से ही जांच कर रहे हैं।
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एसपी ने एएसपी को जांच सौंपी
एसपी ने बताया कि एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने इस शिकायत की जांच की तो अलग-अलग बीमा कंपनियों में पॉलिसी कराई गईं और उनका क्लेम भी हड़पा गया था। जब शिकायत काफी हद तक सही पाई गई तो हापुड़ पुलिस को जांच भेजी गई। हापुड़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी की पत्नी ने संभल पुलिस से संपर्क किया था। तीन हत्या कर बीमा क्लेम हड़पने की साजिश की जानकारी दी थी। इसके बाद जांच पड़ताल में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद ही हापुड़ पुलिस को रिपोर्ट भेजी थी। बीमा क्लेम हड़पने वाली गिरोह के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है।
बीमा क्लेम घोटाला संभल पुलिस ने खोला
बीमा क्लेम पाने के लिए संभल पुलिस चार हत्या के मामले सुलझा चुकी है। इस गिरोह ने बीमा क्लेम पाने के लिए पहले पॉलिसी कराई और फिर प्रीमियम भी भरे। बाद में हत्या कर हादसा बताया और क्लेम भी पा लिए। एसपी का कहना है कि बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह की जांच में दूसरे जिले के कई केस सामने आए हैं। उन जिलों को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी। यह 100 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि हड़पने का मामला सामने आ चुका है।
एसपी ने बताया कि 17 जनवरी से लगातार कार्रवाई की जा रही है। 100 करोड़ रुपये से ज्यादा क्लेम राशि हड़पने का मामला सामने आ चुका है। 50 से ज्यादा आरोपी जेल जा चुके हैं। अलग-अलग जिलों में भी एफआईआर हो चुकी हैं। इस गिरोह का नेटवर्क 12 राज्यों तक फैला है।