पेट्रोल पंप पर छोटे-मोटे विवाद होते रहते हैं। ऐसे विवाद अक्सर बहस, गाली-गलौज या हाथापाई पर खत्म हो जाते हैं। ऐसा शायद ही कभी हुआ हो कि इन विवादों ने इतना बड़ा रूप ले लिया हो कि किसी की जान ही चली जाए। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के सिकंदराबाद थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां बुधवार रात सिकंदराबाद के एक पेट्रोल पंप पर पेट्रोल लेने आए युवकों ने वहां के मैनेजर पर गोली चला दी। इस घटना से मैनेजर की मौत हो गई। पुलिस ने FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बुधवार रात सिकंदराबाद के एक पेट्रोल पंप पर दो युवक पेट्रोल लेने आए। पहले उन्होंने अपनी मोटरसाइकिल में 200 रुपये का पेट्रोल भरवाया। इसके बाद पीछे बैठे युवक ने एक बोतल आगे की और उसमें पेट्रोल भरने के लिए कहा। सेल्समैन ने नियमों का हवाला देकर बोतल में पेट्रोल देने से मना कर दिया। विवाद बढता देख पेट्रोल पंप के मैनेजर राजू ने युवकों को समझाने का प्रयास किया। इसी बीच एक युवक ने बंदूक निकालकर मैनेजर राजू पर 4 गोलियां चला दी और वहां से भाग गए।
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गोली लगने से मैनेजर की मौत
इस घटना के बाद पेट्रोल पंप पर काम कर रहे अन्य कर्मचारी राजू को गंभीर हालत में पास के अस्पताल में ले गए। गोली लगने से राजू के शरीर से बहुत अधिक मात्रा में खून बह चुका था। कुछ ही समय बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने राजू के शव को पोस्टमार्डम के लिए भेज दिया।
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मामले की जांच जारी
इस वारदात के बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारी श्लोक कुमार ने बताया,'सिकंदराबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत बीती रात एक पेट्रोल पंप पर दो लोग आए और अपनी मोटरसाइकिल में 200 रुपये का पेट्रोल भरवाया। इसके बाद उन्होंने एक खाली बोतल में भी पेट्रोल मांगा जिस पर सेल्समैन ने पेट्रोल देने से मना कर दिया।' उन्होंने बताया कि इसी बात को लेकर वहां के मैनेजर राजू शर्मा से उनका विवाद हो गया जिसके बाद मोटरसाइकिल सवार लोगों ने मैनेजर पर गोली चला दी और वहां से फरार हो गए। पुलिस ने CCTV फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
क्या बोतल में पेट्रोल लेना गैरकानूनी है?
भारत में पेट्रोल खरीदने के नियम सरकार द्वारा पेट्रोलियम नियम, 2002 में बताए गए हैं। इन नियमों के अनुसार,पेट्रोल केवल वाहन की टंकी में या 25 लीटर तक की मंजूर धातु के डिब्बे में ही लिया जा सकता है। इसका मतलब है कि प्लास्टिक या कांच की बोतल में पेट्रोल भरवाना कानून के खिलाफ है। यह नियम इसलिए बनाए गए हैं ताकि आग लगने का खतरा कम हो और पेट्रोल का गलत इस्तेमाल रोका जा सके। स्थानीय प्रशासन इन नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई कर सकता है।