राजस्थान में अगस्त 2023 से अगस्त 2025 के बीच पुलिस हिरासत में 20 लोगों की मौत हुई है। एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 12 मौतें स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हुईं, जिनमें छह लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। छह लोगों ने आत्महत्या की, एक व्यक्ति हिरासत से भागने की कोशिश में कुएं में गिरकर मर गया, और एक मामला अभी विवादित है।
यह रिपोर्ट 3 सितंबर को कांग्रेस विधायक रफीक खान के सवाल के जवाब में तैयार की गई। रिपोर्ट में बताया गया कि हिरासत में मौतों के कई मामले एक जैसे हैं। कुछ लोगों को पूछताछ के दौरान सीने में दर्द, गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक, पेट दर्द, या फिर लॉक-अप में फांसी लगाने की घटनाएं सामने आईं।
यह भी पढ़ेंः केरल: ओणम में ऑपरेशन सिंदूर पर बनाई रंगोली, RSS कार्यकर्ताओं पर FIR
कंबल से लगाई फांसी
ब्यावर के जैतारण में एक मामला खासा चर्चा में रहा। एक हिरासती ने लॉक-अप में रेलिंग से कंबल के सहारे फांसी लगा ली। हैरानी की बात यह है कि मई की असहनीय गर्मी में लॉक-अप में कंबल क्यों था। पुलिस नियमों के अनुसार, लॉक-अप में ऐसी कोई वस्तु नहीं रखी जानी चाहिए जिससे हिरासती खुद को या दूसरों को नुकसान पहुंचा सके।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इन मामलों की जांच में ज्यादा प्रगति नहीं हुई है। 13 मामले अभी भी लंबित हैं। सात मामलों की जांच पूरी हुई, लेकिन किसी में भी पुलिस कर्मियों की गलती नहीं पाई गई। सभी मौतों को प्राकृतिक कारणों या आत्महत्या के रूप में दर्ज किया गया।
यह भी पढ़ें: बैंक के कैंटीन में बीफ पर लगाई रोक, कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन