पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप केस के व्हिसलब्लोअर अख्तर अली ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद वह राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। राजनीति जानकार कयास लगा रहे हैं कि अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में पार्टी उन्हें मैदान में उतार सकती है। अख्तर अली ने 2024 में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप और हत्या के मामले में खुलकर आवाज उठाई थी और प्रिंसिपल संदीप घोष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उन्होंने भ्रष्टाचार और महिलाओं की सुरक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने की बात कही।
इस्तीफा देने के कारणों पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में करोड़ों रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के मामले में आवाज उठाने के कारण उन्हें परेशान किया जा रहा था। उनका आरोप है कि इस मामले में आवाज उठाने के कारण बार-बार उनका ट्रांसफर किया जा रहा था और उनसे बदला लेने की कोशिश की जा रही थी। उनका कहना है कि कुछ लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं लेकिन वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
यह भी पढें-- क्लासमेट से हुआ था झगड़ा, उसकी मम्मी और मेड ने की बेइज्जती तो लड़की ने दे दी जान
बार-बार किया जा रहा था ट्रांसफर
अख्तर अली ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। उनका कहना है कि इसी कारण उनको सजा दी जा रही है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में उपाधीक्षक के पद पर रहने के बाद उनका मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में ट्रांसफर हुआ और फिर उन्हें उत्तर दिनाजपुर भेजा गया। इसके कुछ ही समय बाद उन्हें कालियागंज स्टेट जनरल हॉस्पिटल भेज दिया गया था।
अख्तर अली ने कहा, 'उन्होंने कहा कि पूरा खेल उजागर करने के कारण मुझे कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा है। कई जगह मेरा ट्रांसफर किया गया तो कई जगह मुझे परेशान किया गया है। यही वजह है कि मैंने नौकरी छोड़ने का फैसला लिया है।'
आरजी कर केस में उठाई थी आवाज
पश्चिम बंगाल की राजधानी में हुए रेप और हत्या के मामले ने पूरे देश को हैरान कर दिया था। इस मामले में सरकार और अस्पताल प्रशासन पर कई आरोप लगे थे। इस पूरे मामले में अख्तर अली ने खुलकर अपनी बात रखी और न्याय की लड़ाई लड़ी। उन्होंने कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए थे। इस मामले में उन्होंने कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था, जिसके बाद मामले में CBI जांच के आदेश दिए गए थे। इस जांच में संदीप घोष समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। वह सभी अभी भी जांच का सामना कर रहे हैं और न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में अख्तर अली के आवाज उठाने के कारण सरकार को झुकना पड़ा था और मामले की CBI जांच के आदेश दिए थे।
यह भी पढ़ें- DUSU की ज्वॉइंट सेक्रेटरी दीपिका झा ने प्रोफेसर को जड़ा थप्पड़, वीडियो हुआ वायरल
बीजेपी में शामिल होने पर क्या बोले?
उन्होंने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अख्तर अली ने हाल ही में दुर्गा पूजा के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सांसद समिक भट्टाचार्य से मुलाकात की थी। रिोपर्ट में कहा गया है कि उनके बीजेपी में शामिल होने को लेकर कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई गई है लेकिन वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे।
अख्तर अली ने कहा, 'मेरा ध्यान भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी मूल लड़ाई पर है। समिक भट्टाचार्य ने अल्पसंख्यकों के लिए बीजेपी के कामों के बारे में बात की और मुझे लगता है कि मैं अपने लड़ाई में बीजेपी की मदद ले सकता हूं। इससे भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई को और मजबूती मिलेगी।'