जम्मू-कश्मीर में अब स्थितियां सामान्या होने लगी हैं। दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के बाद घाटी में पर्यटन लगभग ठप पड़ गया था लेकिन अब जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पर्यटन को लेकर बड़ा फैसला किया है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को घाटी के 7 बंद पड़े पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने की मंजूरी दे दी है। उनके इस फैसले का लोगों ने स्वागत किया है।
एकीकृत मुख्यालय में हुई बैठक के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश पर पर्यटन स्थल खोले गए हैं। मनोज सिन्हा ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'यूएचक्यू में आज हुई बैठक में गहन सुरक्षा समीक्षा और चर्चा के बाद, मैंने कश्मीर और जम्मू संभागों में और अधिक पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने का आदेश दिया है, जिन्हें एहतियात के तौर पर अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।'
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50 पर्यटन स्थल हो गए थे बंद
उपराज्यपाल प्रशासन ने 22 अप्रैल को पहलगाम क्षेत्र के बैसरन में हुए आतंकवादी हमले के बाद लगभग 50 पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया था। बैरसन में भारी हथियार लिए आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी - जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
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ये 7 पर्यटन स्थल खोले गए
कश्मीर संभाग में जिन सात पर्यटन स्थलों को फिर से खोला गया, उनमें अरु घाटी, राफ्टिंग प्वाइंट यानर, अक्कड़ पार्क, पादशाही पार्क और कामन पोस्ट शामिल हैं। उपराज्यपाल ने जम्मू संभाग के पांच पर्यटन स्थलों को भी फिर से खोलने का आदेश दिया था। इनमें रामबन में दागन टॉप, कठुआ में धागर और रियासी के सलाल में शिव गुफा शामिल हैं। उपराज्यपाल प्रशासन ने जून में पहलगाम के कुछ हिस्सों समेत 16 पर्यटन स्थलों को फिर से खोल दिया था।