यूपी के शामली जिले में पति फारूक ने अपनी पत्नी ताहिरा को सिर्फ इसलिए मार डाला क्योंकि उसने बुर्का नहीं पहना था। फारूक ने अपनी 14 व 6 साल की दो बेटियों की भी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद उसने तीनों लाशों को घर मे ही गढ्ढा खोदकर गाड़ दिया। फारूक यह नहीं चाहता था कि उसकी पत्नी का चेहरा कोई दूसरा देखे। उसने अपनी पत्नी की फोटो न देखने के लिए उसे आधार कार्ड के लिए अप्लाई करने से भी रोका था।
जांच में सामने आया है कि फारूख पत्नी का राशन कार्ड तक नहीं बनवाया था। वह नहीं चाहता था कि पत्नी की फोटो राशन कार्ड पर लगे। इसके अलावा वह पत्नी को प्राइवेट वाहन से ही मायके भेजता था। वह बस और टैक्सी से नहीं भेजता था।
यह भी पढ़ें: दिल्ली: जिस कारोबारी के शरीर में मिलीं 69 गोलियां, उसका झगड़ा किससे था?
पूछताछ में क्या सामने आया?
पूछताछ में सामने आया है कि फारूक इस बात पर जोर देता था कि ताहिरा हर समय बुर्का पहने। 18 साल तक, उसने उसे आधार या राशन कार्ड जैसे कोई भी पहचान के कागजात नहीं बनाने दिए, क्योंकि इनमें बुर्के के बिना फोटो की जरूरत होती थी।
हत्यारे ने गुनाह कबूल किया
शामली पुलिस ने हत्यारे फारूख को गिरफ्तार कर लिया है। उसने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया है कि फारूक शादियों में खाना बनाने का काम करता था। जब उसे पता चला कि उसकी पत्नी बिना बुर्का पहने अपने माता-पिता के घर गई है, तो वह बहुत गुस्सा हो गया। उसने अपने ससुर को भी मना कर दिया था कि जब भी मायके जाए तो वह अपनी बेटी से न मिले।
यह भी पढ़ें: वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया और करते रहे रेप, इलेक्ट्रीशियन समेत 3 गिरफ्तार
पिता ने पुलिस में दी शिकायत
इस हत्याकांड का पता तब चला जब ताहिरा और उसकी दो बेटियां छह दिनों तक किसी को नहीं दिखीं। फारूक के पिता दाऊद ने बार-बार उनके बारे में पूछा, लेकिन फारूक ने सवालों को टालते हुए कहा कि वे शामली शहर में किराए के घर में रह रही हैं।
मंगलवार को दाऊद ने पुलिस को बताया कि उसे अपने बेटे फारूख पर हत्या करने का शक है। बाद में फारूक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ में उसने हत्याओं की बात कबूल कर ली।