उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। महानगर थाना क्षेत्र की पेपर मिल कॉलोनी चौकी में तैनात सब-इंस्पेक्टर धनंजय सिंह को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन (ACO) ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई तब की गई जब एसीओ को शिकायत मिली कि एसआई एक गैंगरेप आरोपी के फेवर में ‘फाइनल रिपोर्ट’ तैयार करने के लिए मोटी रकम मांग रहा है।
पूरा ऑपरेशन योजनाबद्ध तरीके से चलाया गया और उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें आरोपी पुलिसकर्मी को अपनी मेज पर बैठकर रिश्वत की रकम फाइल में छिपाते हुए साफ देखा जा सकता है। जांच एजेंसी ने फिनॉल्फ्थेलीन पाउडर से चिह्नित नोटों के साथ ट्रैप बिछाया और जैसे ही सब-इंस्पेक्टर ने पैसे फाइल में रखे, टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे दबोच लिया।
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गिरफ्तार हुआ आरोपी पुलिसकर्मी
ACO की टीम ने बुधवार रात ट्रैप ऑपरेशन के बाद SI धनंजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 2 लाख रुपये (500 रुपये के 400 नोट) बरामद किए गए। अधिकारियों के अनुसार, वह यह रकम उस आरोपी से मांग रहे थे जो एक गैंगरेप केस में फंसा था, जिससे उसे राहत देने वाली रिपोर्ट तैयार की जा सके।
शिकायतकर्ता ने 24 अक्टूबर को लखनऊ मंडल एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन के इंस्पेक्टर को लिखित शिकायत दी थी। इसके बाद इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने गोपनीय जांच की। जांच में यह पाया गया कि धनंजय सिंह ने कोचिंग सेंटर के मैनेजर के माध्यम से 2 लाख रुपये मांगे थे और इसके समर्थन में ऑडियो साक्ष्य भी मौजूद था।
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क्या था पूरा मामला?
29 अक्टूबर की सुबह ट्रैप टीम ने लखनऊ मंडल कार्यालय से कार्रवाई की योजना बनाई और डीएम कैंप ऑफिस जाकर दो सरकारी कर्मचारी, धीरज कुमार श्रीवास्तव और सौरभ सिंह (PWD विभाग) को स्वतंत्र गवाह के रूप में शामिल किया। शिकायतकर्ता इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में मिला, जहां उसने 2 लाख रुपये (500 रुपये के 400 नोट) पेश किए। इन नोटों को फिनॉल्फ्थेलीन पाउडर से चिह्नित किया गया, जिससे बाद में वैज्ञानिक जांच से पुष्टि की जा सके।
टीम ने सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सादी वर्दी में पेपर मिल कॉलोनी चौकी के पास पोजीशन ले ली। शाम करीब 7:30 बजे, धनंजय सिंह मोटरसाइकिल से चौकी पहुंचे। थोड़ी देर बाद शिकायतकर्ता अपने साथी के साथ अंदर गया।
ट्रैप रिपोर्ट के मुताबिक, धनंजय सिंह ने हाथ के इशारे से शिकायतकर्ता को पैसे फाइल में रखने को कहा। जैसे ही शिकायतकर्ता ने नोट फाइल में रखे, बाहर से निगरानी कर रही एंटी करप्शन टीम ने अंदर घुसकर धनंजय सिंह को रंगे हाथ पकड़ लिया।
तलाशी में फाइल से वही 2 लाख रुपये के नोट बरामद हुए। जब उनके हाथों पर सोडियम कार्बोनेट टेस्ट किया गया, तो घोल का रंग गुलाबी हो गया, जिससे पुष्टि हुई कि उन्होंने उन्हीं नोटों को छुआ था। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी पुलिसकर्मी धनंजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया।