कर्नाटक विधानसभा का सत्र बेलगावी में चल रहा है। आज सत्र का आखिरी दिन था, जिसमें मुख्यमंत्री की कुर्सी का मुद्दा छाया रहा। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच चल रही खींचतान को लेकर बीजेपी ने सवाल किए हैं। सीएम की कुर्सी को लेकर हुई चर्चा पर खुद सिद्धारमैया ने जवाब दिया। सीएम ने आज कर्नाटक के विकास के मुद्दे पर हुई चर्चा का जवाब दिया।
चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक बार फिर विधानसभा में दोहराया कि वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उन्होंने किसी भी 'ढाई साल' के पावर-शेयरिंग समझौते के दावों को खारिज कर दिया। दरअसल, सदन में विपक्षी पार्टी बीजेपी के विधायकों ने सिद्धारमैया के कार्यकाल को लेकर बार-बार सवाल पूछ रहे थे। इन्हीं सवालों और रुकावटों का जवाब देते हुए सीएम ने जवाब दिया।
यह भी पढ़ें: कोई देख न पाए बीवी की चेहरा, 18 साल तक नहीं बनवाया आधार कार्ड, फिर ले ली जान
बीजेपी के सवालों का दिया जवाब
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया जैसे ही सदन में खड़े हुए बीजेपी के सदन में नेता आर अशोक और सुनील कुमार ने उनसे सवाल पूछ लिया कि क्या वो अपना कार्यकाल पूरा करेंगे? इस पर सीएम ने जवाब देते हुए कहा कि जनता ने उनकी पार्टी को 5 साल के लिए चुना है, ये पार्टी का अंदरूनी मसला है। इस पर सदन में चर्चा अनावश्यक है।
आगे भी रहेंगे सीएम- सिद्धारमैया
आर अशोक ने सिद्धारमैया से पूछा, 'आपको विधायक दल ने पांच साल के लिए चुना था। 2.5 साल के बारे में क्या कहेंगे? इसपर सीएम ने कहा, 'मैंने ढाई साल के बारे में कभी कुछ नहीं कहा। ढाई साल जैसा कोई समझौता नहीं है।' सिद्धारमैया ने कहा कि 'ढाई साल' के लिए मुख्यमंत्री जैसी कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने साफ किया कि जब तक पार्टी हाईकमान कोई और फैसला नहीं करता, वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
यह भी पढ़ें: वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया और करते रहे रेप, इलेक्ट्रीशियन समेत 3 गिरफ्तार
हाईकमान फैसला करेगा- सीएम
सीएम ने कहा, 'पहले, लोगों को हमें आशीर्वाद देना चाहिए। फिर विधायक दल की मीटिंग में लीडर चुनते हैं, और उसके बाद हाईकमान फैसला करता है। मैंने बस इतना ही कहा है। अभी भी, मैं मुख्यमंत्री हूं, और जब तक हाईकमान कोई और फैसला नहीं करता, मैं मुख्यमंत्री बना रहूंगा।'
बता दें कि पिछले महीने कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने सीएम की कुर्सी पर दावा ठोका है। साथ ही परोक्ष रूप से सिद्धारमैया को पद से हटने को कहा था। इसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने दोनों के बीच बैठक करवाई और कहा कि जल्द ही इस मसले को सुलझा लिया जाएगा।