थलापति विजय की राजनीतिक पार्टी तमिलगा वेट्री कड़गम (TVK) ने करूर में शनिवार को हुई रैली में भगदड़ की घटना की स्वतंत्र जांच की मांग की है। टीवीके ने इस मामले में मद्रास हाई कोर्ट का रुख किया है। लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट ने इस मामले में तत्काल सुनवाई की अनुमति दे दी है और सोमवार को इस पर विचार होने की संभावना है, भले ही पूजा की छुट्टियों के कारण कोर्ट बंद हो।
TVK ने दावा किया है कि इस भगदड़ के पीछे कोई साजिश हो सकती है। पार्टी ने कोर्ट से स्वतंत्र एजेंसी द्वारा जांच की मांग की है। दूसरी ओर, तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने रविवार को कहा कि रिटायर्ड जज अरुणा जगदीसन की अगुवाई में एक आयोग करूर पहुंचेगा और इस घटना की जांच करेगा।
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कोर्ट ने जताई थी चिंता
इससे पहले अगस्त में, TVK ने रैलियों की अनुमति के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। तब कोर्ट ने कहा था कि अगर ऐसी कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसके लिए जिम्मेदारी कौन लेगा। कोर्ट ने यह भी सुझाव दिया था कि विजय को अपनी रैलियों को कानूनी तरीके से आयोजित करना चाहिए और गर्भवती महिलाओं व दिव्यांगों को रैली में न आने की सलाह देकर एक मिसाल कायम करनी चाहिए।
39 की मौत, 95 घायल
शनिवार को करूर में विजय की TVK रैली में भगदड़ मच गई, जिसमें 39 लोगों की जान चली गई और 95 लोग घायल हो गए। स्वास्थ्य सचिव पी. सेंथिल कुमार ने बताया कि 51 घायलों को सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां एक की हालत गंभीर है। बाकी 44 घायल निजी अस्पतालों में भर्ती हैं।
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डॉक्टर उनकी देखभाल कर रहे हैं। विजय और उनकी पार्टी TVK ने पीड़ितों के परिवारों के लिए 20 लाख रुपये और घायलों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है।