तमिलनाडु में करूर जिले में ऐक्टर और नेता थलापति विजय की रैली में भगदड़ मचने से करीब 36 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में घायलों की संख्या भी लगभग 50 पहुंच गई है जिनमें कई की हालत गंभीर है। मरने वालों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल है। रैली में मौजूद लोगों ने बताया कि शुरुआत में सब कुछ ठीक था फिर अचानक कुछ हुआ जिससे भीड़ बेकाबू हुई और लोगों इधर-उधर भागने की कोशिश करने लगे। भगदड़ मचने की अलग-अलग बातें सामने आ रही है। रैली में विजय ने एक गाना 'बालाजी 10 रुपये वाले मंत्री' गाया था जिसकी काफी चर्चा हो रही है। कुछ का मानना है कि इसी गाने के कारण भीड़ पर काबू पाना कठिन हो गया था।
पुलिस अभी इस मामले की जांच में जुटी है इसलिए कारण पर चर्चा नहीं कर रही। पुलिस अधिकारियों की मानें तो जांच पूरी होने तक किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। वहां पहुंचे लोगों का कहना है कि रैली की शुरुआत में लोग काफी जोश से भरे हुए थे। विजय को सुनने के लिए लोगों की भीड़ जुटी थी। अचानक रैली में जुटी भीड़ को काबू कर पाना पुलिस के लिए मुश्किल होने लगा। लोग एक दूसरे पर चढ़ते हुए भागने लगे। भगदड़ को लेकर कई लोग अलग-अलग तरह की बातें कर रहे हैं।
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चश्मदीदों ने क्या कहा?
एक चश्मदीद ने बताया कि रैली को संबोधित करते हुए विजय ने एक गाना गया। गाने में बालाजी को 10 रुपये वाला मंत्री बताया गया जिसे सुनकर भीड़ बेकाबू हो गई और अचानक लाठीचार्ज होने लगा। वहीं एक ने बताया कि विजय जब रैली में आए थे तब सब कुछ ठीक था। उसके बाद अचानक जनरेटर की फ्लड लाइट बंद हो गईं। इसी बीच एक महिला अपनी बच्ची को ढूंढने लगी जिससे लोगों में घबराहट बढ़ी और फिर यह घटना हो गई।
विजय का पूर्व मंत्री वी सेंथिल बालाजी पर आरोप
विजय ने रैली में आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री वी सेंथिल बालाजी ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के परिवार के गबन किए हुए रुपयों को बांटने के लिए ‘एटीएम' की तरह काम किया है। पूर्व मंत्री पर सवाल उठाते हुए विजय ने पूछा, 'क्या यह सही होगा कि मैं करूर होकर इनके बारे में न बोलूं? वह पहले मंत्री थे पर अब भी वह मंत्री की तरह ही काम कर रहे हैं।'
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रोड शो निकालने पर बैन
इस घटना के बाद ऐक्टर के अलावा प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो विजय ने यह रोड शो उस समय निकाला है जब पहले से ही रोड शो पर प्रशासन ने बैन लगा दिया था। सवाल यह खड़ा हो रहा है कि बैन होने के बावजूद भी विजय को इसकी अनुमति किसने दी और कैसे मिल गई। अधिकारियों का कहना है कि जितने लोगों के जमा होने की उम्मीद की गई थी उससे कई गुना ज्यादा लोग वहां पहुंच गए। लेकिन सवाल वहीं बरकरार है कि प्रशासन का रोड शो पर बैन लगाए जाने के बाद भी विजय को रोड शो क्यों निकालने दिया गया।