रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर से देश के सशस्त्र बलों को रक्षा क्षमताओं को समझने और वास्तविकता की जांच करने में मदद मिली। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों को इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और काउंटर अनमैन्ड सिस्टम के क्षेत्र में गैप देखने को मिला। वहीं सैन्य स्तर के ड्रोन निर्माण के क्षेत्र में बेहतरीन इकोसिस्टम की जरूरत है।
पुणे में दक्षिणी कमान रक्षा तकनीक सेमिनार (स्ट्राइड 2025) में रक्षा सचिव कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में मुझे लगता है कि कुछ क्षमता अंतराल देखने को मिला। इसमें इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, मानवरहित सिस्टम से निपटना, सैन्य-ग्रेड ड्रोन के लिए बेहतरीन विनिर्माण इकोसिस्टम जैसे क्षेत्र शामिल हैं, जो जीपीएस-निषेध समेत अन्य वातावरण में बेहतर ढंग से संचालित हो सकते हैं। कई प्रकार के लो लेवल रडार भी समेत कुछ क्षेत्रों में हमें अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की जरूरत है।'
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भारत को अब हार्ड पावर भी दिखानी होगी
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने यह भी कहा कि दुनिया भर में लोकलुभावनवाद और आर्थिक संरक्षणवाद बढ़ रहा है। भारत को सॉफ्ट पावर के साथ-साथ अपनी हार्ड पावर का भी प्रदर्शन करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि मिडिल ईस्ट और यूरोप में चल रहे संघर्ष व दुनियाभर में लोकलुभावन नेतृत्व के उदय से जुड़े भू-राजनीतिक कारकों ने बढ़ते वैश्वीकरण और मुक्त व्यापार के ट्रेंड पर रोक लगा दी है। इससे लोकलुभावनवाद और आर्थिक संरक्षणवाद को बढ़ावा मिल रहा है। आर्थिक विखंडन, बहुपक्षीय संस्थाओं का पतन और राष्ट्रवाद की बढ़ती लहर भी देखने को मिल रही है। ऐसे वक्त में रणनीतिक सौदेबाजी में आपको हार्ड पावर का प्रदर्शन करने में सक्षम होना जरूरी है।
'भविष्य के युद्ध के लिहाज से ढलना होगा'
रक्षा सचिव ने आगे कहा कि जियोपॉलिटिक्स में अधिकांश देश रक्षा और हार्ड पावर पर बहुत अधिक फोकस करने में जुटे हैं। हमारे पड़ोस को देखते हुए भारत कोई अपवाद नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर के साथ हमने यह अनुभव हासिल किया है, जो कुछ हद तक हमारे लिए एक वास्तविकता की जांच थी कि हम कहां बेहतर कर सकते हैं। हमें भविष्य के युद्ध की बदलती जरूरतों के मुताबिक ढलने की जरूरत है।
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रक्षा सचिव ने की एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ
रक्षा सचिव के मुताबिक सरकार लक्ष्य है कि रक्षा बजट का लगभग 75 फीसद हिस्सा देश में खर्च हो। उन्होंने देश के मल्टी लेयर एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ की और कहा कि हमारे पास पहले से ही मल्टी लेयर एयर डिफेंस सिस्टम है। इसने ऑपरेशन सिंदूर के वक्त बेहतरीन तरीके से काम किया। ड्रोन और मिसाइलों के बार-बार घुसपैठ की कोशिश के बावजूद हमें कोई बड़ा नुकसा नहीं हुआ। बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 लोगों की हत्या के जवाब में भारत ने 7 मई 2025 को पाकिस्तान पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था।