उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में थाना मक्खनपुर क्षेत्र के पास हुए एनकाउंटर में 2 करोड़ रुपये की लूट के मास्टरमाइंड बदमाश नरेश को पुलिस ने ढेर कर दिया। इस एनकाउंटर के दौरान एएसपी ग्रामीण अनुज चौधरी बाल-बाल बच गए। गोलीबारी में एक गोली उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी। इस एनकाउंटर में थाना रामगढ़ के एसएचओ संजीव दुबे को गोली लगने से गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। एनकाउंटर के बाद पुलिस ने उस जगह से दो पिस्तौलें, एक रिवॉल्वर, कारतूसों के साथ-साथ 20 लाख रुपये भी बरामद किए।
एनकाउंटर के दौरान लुटेरे नरेश की ओर से की गई फायरिंग में एक गोली अनुज चौधरी की बुलेट प्रूफ जैकेट में जाकर लगी। गोली लगते ही उनको अन्य साथी पुलिसकर्मियों ने संभाला। तत्काल बुलेट प्रूफ जैकेट उतारकर देखी गई। गनीमत रही की गोली जैकेट को भेद नहीं पाई। अनुज चौधरी कई बार चर्चा में रहे हैं। वह पेशेवर रेसलर हैं और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित भी हैं। वह हाल ही में संभल से ट्रांसफर होकर फिरोजाबाद आए हैं।
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एसएचओ हुए घायल
एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि रविवार रात करीब 11 बजे पुलिस को बानिपुर जंगल के हलपुरा अंडरपास के पास नरेश के होने की सूचना मिली। थाना मक्खनपुर की टीम ने उसे घेर लिया और सरेंडर करने के लिए कहा। बदमाश ने विरोध करते हुए पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें कई राउंड गोलियां चलीं। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई, जिससे नरेश को गोली लगी। इलाज के लिए उसे अस्पताल ले जाय गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ के दौरान एएसपी अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट में एक गोली लग गई। वह तो सुरक्षित हैं लेकिन एसएचओ संजीव दुबे को गोली लगने से चोटें आईं। उन्हें तुरंत इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत अब स्थिर है।
30 सितंबर को हुई थी लूट
आगरा नेशनल हाइवे पर 30 सितंबर की सुबह कैश ट्रांजैक्शन का काम करने वाली गुजरात की जीके कंपनी के कर्मचारी और ड्राइवर 2 करोड़ रुपये लेकर कानपुर से आगरा जा रहे थे। नरेश के गिरोह के बदमाशों ने मक्खनपुर में गांव घुनपई के पास दो कारों से कंपनी के कर्मचारियों को घेर लिया और कर्मियों पर हमला करके नकदी लूट ली और ड्राइवर दानजी पटेल का अपहरण कर ले गए थे।
एसएसपी सौरभ दीक्षित की टीम ने सीसीटीवी फुटेज और कार नंबरों की मदद से शनिवार शाम को मास्टरमाइंड नरेश सहित छह बदमाशों को मक्खनपुर क्षेत्र में पायनियर पुल के पास से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उनके पास से 1.05 करोड़ रुपये, लूट की रकम से खरीदा गया नया आईफोन मोबाइल और एक लाख की बाइक खरीद की रसीद बरामद की थी।
पुलिस हिरासत से भाग निकला था नरेश
पुलिस की एक टीम नरेश को लूटी हुई रकम की बरामदगी के लिए घटना स्थल पर लेकर गई। नरेश पहले से ही पेट खराब होने की बात पुलिस को बता चुका था और पुलिस को इस बात पर यकीन करवा चुका था। वह थाने के शौचालय में भी दो बार गया था। घटनास्थल पर जाते समय नरेश ने पुलिस को रास्ते में पेट खराब होने की बात कहते हुए रोका और झांड़ियों में शौच के लिए चला गया और वहां से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
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नरेश ने अपने गिरोह को भी दिया धोखा
दो करोड़ की लूट का मास्टरमाइंड नरेश के गिरोह के छह सदस्य 30 सितंबर को लूट करते समय जल्दबाजी में जीके कंपनी की कार के एक हिस्से में रखी रकम को लूट ले गए थे। यह रकम सवा करोड़ रुपये के करीब थी। मगर, नरेश को अंदाजा था कि गाड़ी में कुछ और रकम हो सकती है। नरेश ने अपने गिरोह के सदस्यों को बताए बिना ही ड्राइवर के मुंह में बंदूक घुसा कर इस बारे में पूछा। ड्राइवर ने उसे कार के गोपनीय हिस्से में रखी रकम के बारे में बता दिया था। इसके बाद नरेश अकेला वापस आया और कार से उस हिस्से में रखे करीब करीब पौने एक करोड़ रुपये को अकेला ले गया और यह बात अपने गैंग के सदस्यों को नहीं बताई थी।