उत्तराखंड के एक सरकारी ऑफिस से जारी एक अनोखे नोटिस ने पूरे क्षेत्र में हैरानी और चर्चा का माहौल पैदा कर दिया है। दरअसल, यहां एक कर्मचारी की सर्विस बुक गुम हो गई लेकिन उसके समाधान के लिए औपचारिक जांच या प्रक्रिया अपनाने के बजाय दैवीय मदद का सहारा लिया जा रहा है। जारी नोटिस में सभी कर्मचारियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने घरों से दो-दो मुट्ठी चावल लाकर मंदिर में अर्पित करें, ताकि 'देवताओं से न्याय की प्रार्थना की जा सके।'
घटना चंपावत जिले के लोहाघाट की है जहां इस घटना के बाद पीडब्ल्यूडी कार्यकारी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अशुतोष कुमार का ट्रांसफर कर दिया। यह घटना तब चर्चा में आई जब अशुतोष कुमार ने एक खोए हुए सर्विस बुक को ढूंढने के लिए कर्मचारियों को मंदिर में 2 मुट्ठी चावल चढ़ाने का निर्देश दिया। यह आदेश उन्होंने नेशनल हाईवे सेक्शन ऑफिस से जारी किया था, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

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'अपने-अपने घरों से दो मुट्ठी चावल लाए'
दरअसल, अशुतोष कुमार ने कर्मचारियों को एक मंदिर में अनुष्ठान के लिए चावल चढ़ाने का आदेश दिया, ताकि खोई हुई सर्विस बुक मिल सके। इस आदेश को नियमों का उल्लंघन माना गया, क्योंकि यह सरकारी कार्यालय के दायरे से बाहर और व्यक्तिगत धार्मिक गतिविधि से संबंधित था। शुक्रवार को जारी आदेश में अशुतोष कुमार ने सभी कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने घरों से दो मुट्ठी चावल लाकर मंदिर में अर्पित करें, ताकि 'देवताओं से न्याय की प्रार्थना की जा सके।'
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अधिकारी से मांगा स्पष्टीकरण
पीडब्ल्यूडी सचिव डॉ. पंकज पांडे के निर्देश पर अशुतोष कुमार को तत्काल प्रभाव से चंपावत से पौड़ी में क्षेत्रीय मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया। अधिकारियों ने इस मामले में उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा। यह कार्रवाई आदेश के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासनिक नियमों के उल्लंघन के आधार पर की गई। बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतीत में सरकारी अधिकारियों की जवाबदेही और अनुशासन पर जोर दिया है। वर्ष 2022 में एक पीडब्ल्यूडी समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को 'आधी-अधूरी तैयारी' के लिए फटकार लगाई थी और समय पर काम पूरा करने के लिए सख्ती बरतने का निर्देश दिया था।