अर्जेंटीना के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी के कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुए इवेंट में हुई तोड़फोड़ का मामला तूल पकड़ चुका है। पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के डीजीपी राजीव कुमार, बिधाननगर के पुलिस कमिश्नर मुकेश कुमार और खेल मंत्रालय के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश कुमार सिन्हा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह नोटिस मुख्य सचिव ने जारी किया है।
इसके अलावा मेसी के इवेंट के दिन अपनी ड्यूटी और जिम्मेदारियों में कथित लापरवाही के लिए बिधाननगर के डीसीपी अनीश सरकार को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई। राज्य सरकार ने कहा कि लापरवाही और इवेंट के सही तरीके से संचालन नहीं कर पाने के लिए विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन (VYBK) के सीईओ देब कुमार नंदन की सर्विस तत्काल प्रभाव से वापस ले ली गई है। साथ ही मामले की पूरी जांच के लिए आईपीएस पीयूष पांडे, जावेद शमीम, सुप्रतिम सरकार और मुरलीधर के नेतृत्व में SIT टीम बनाई गई है।
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खेल मंत्री ने का इस्तीफा
इस बीच पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने मेसी के ईवेंट विवाद को देखते हुए मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है। यह जानकारी खुद तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने दी है। वहीं, इस्तीफे की पेशकश के कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अरूप बिस्वास का इस्तीफा मंजूर कर लिया।
कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल
दुनिया के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी GOAT India Tour 2025 के तहत 13 दिसंबर को भारत दौरे आए थे। इस दौरान वह कोलकाता में एक कार्यक्रम में पहुंचे। मेसी को देखने के लिए लाखों की संख्या में फैन्स एक झलक देखने के लिए व्याकुल हो गए। मेसी को नहीं देख पाने की वजह से फैन्स गुस्सा गए और उन्होंने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया। कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
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पानी की बोतलों को लेकर गंभीर सवाल
इससे पहले एक अधिकारी ने बताया था कि मामले की जांच कर रही समिति ने इस घटना की गहन जांच के लिए एसआईटी गठित किए जाने की सिफारिश की थी। अधिकारी ने बताया कि जस्टिस (रिटायर्ड) असीम कुमार रॉय की अध्यक्षता वाली समिति ने तीन दिन के भीतर सोमवार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी। समिति के एक सदस्य ने प्रारंभिक निष्कर्षों का हवाला देते हुए कहा, 'इस घटना की गहन और स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। जिम्मेदारी तय करने और चूक का पता लगाने के लिए हमने एसआईटी के गठन की सिफारिश की है।'
दरअसल, यह समिति मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर गठित की गई थी। समिति की अध्यक्षता जस्टिस असीम कुमार रॉय कर रहे हैं और इसमें मुख्य सचिव मनोज पंत और गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती सदस्य हैं। मेसी के कोलकाता दौरे में 13 दिसंबर को स्टेडियम में अव्यवस्था की स्थिति पैदा होने के बाद यह समिति बनाई गई।
रिपोर्ट में मानक संचालन प्रक्रिया के उल्लंघन, जिसमें स्टेडियम के अंदर पानी की बोतलें ले जाने से संबंधित नियमों को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। समिति के सदस्य ने कहा कि मौजूदा नियमों के अनुसार दर्शकों को स्टेडियम के भीतर पानी की बोतल ले जाने की अनुमति नहीं है। फिर स्टेडियम के अंदर पानी की बोतलें कैसे उपलब्ध थीं?