संजय सिंह, पटना: पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस मिला था। नोटिस के नाम पर खूब राजनीति हुई। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने यहां तक कह दिया था कि जो करना होगा करेंगे, लेकिन सरकारी आवास खाली नही करेंगे। अब सूत्र बताते हैं कि राबड़ी आवास खाली कर सकतीं हैं। फिलहाल वह 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी बंगले में ही रह रही हैं।
राबड़ी देवी जिस बंगले में हैं, वह उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से मिला था। फिलहाल वह विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हैं। साल 2019 में हाई कोर्ट ने यह आदेश दिया था कि पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए निःशुल्क आवास की व्यवस्था नहीं रहेगी। नई सरकार ने उन्हें 39 हार्डिंग रोड में बने बंगले को आवंटित किया है। ऐसा बंगला मंत्रियों को मिलता है।
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राबड़ी देवी का नया बंगला कैसा है?
राबड़ी देवी का निजी आवास फुलवारी शरीफ के महुआ बाग में बन रहा है। यह आवास दो मंजिला है। इसमें मास्टर बेड रुम के अलावा 9 कमरे हैं। इसमें मीटिंग हॉल भी बनाया गया है। पार्टी स्पेस भी है। चर्चा है कि सरकारी आवास को खाली करने के लिए सरकार से कुछ मोहलत मांगा जाएगा।
राबड़ी के नए बंगले से तय होगी बिहार की राजनीति
राबड़ी देवी अपने निजी आवास में शिफ्ट करेंगी। यहीं से राष्ट्रीय जनता दल की राजनीति भी संचालित होगी। लालू और राबड़ी खुद इस निर्माण कार्य को देख रहे हैं। राबड़ी चाहती हैं कि अपने आवास में जाने के बाद किसी तरह का राजनीतिक लफड़ा नहीं रहेगा।
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बिहार में दूसरे दलों का हाल क्या है?
राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने बड़े संगठनात्मक बदलाव किया है। पार्टी ने प्रदेश से जिला तक की सभी इकाइयों को भंग कर दिया है। यह निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा की अध्यक्षता हुई कोर कमिटी की बैठक में लिया गया।
पार्टी की गतिविधियों को तत्काल संचालित करने के लिए पांच सदस्यीय समिति बनाई गई है। इस समिति के संयोजक मदन चौधरी बने हैं। सुभाष चंद्रवंशी, प्रशांत पंकज, हिमांशु पटेल और आरके सिंहा को सदस्य बनाया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता फजल इमाम मलिक ने कहा कि अब पार्टी अपने संगठन को मजबूत करेगी। पार्टी का विस्तार भी होगा।