पंजाब पुलिस ने यूट्यूबर अजीत भारती के खिलाफ FIR दर्ज की है। सोशल मीडिया पर जस्टिस बीआर गवई के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियों की वजह से पंजाब पुलिस ने 12 से ज्यादा अलग-अलग FIR दर्ज की है। अजीत भारती पर आरोप है कि उन्होंने जस्टिस बीआर गवई के बारे में एक पॉडकास्ट के दौरान जातिवादी और भड़काऊ बयान दिया था।
जस्टिस बीआर गवई पर 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में एक वकील ने जूते से हमला करने की कोशिश की थी। आम आदमी पार्टी के मंत्री मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी दलित विरोधी भावनाओं को बढ़ावा दे रही है।
जस्टिस बीआर गवई पर हुए हमले के बाद उनके खिलाफ जातिवादी टिप्पणियों की बाढ़ आ गई है। जस्टिस गवई ने मध्य प्रदेश के खुजराहो में जवारी मंदिर में एक मूर्ति की मरम्मत के लिए एक शख्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। चीफ जस्टिस बीआर गवई ने इस पर कहा था कि जाओ और खुद भगवान से कुछ करने के लिए कहो। अगर तुम कह रहो हो कि तुम भगवान विष्णु के कट्टर भक्त हो तो तुम प्रार्थना करो और थोड़ा ध्यान करो। उनके इस बयान के बाद विवाद हो गया।
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पंजाब में अजीत भारती के खिलाफ FIR
पंजाब में जस्टिस बीआर गवई के खिलाफ बयानबाजी के आरोप में कम से कम 12 केस दर्ज हुए हैं। इसमें कम से कम 28 आरोपियों के नाम हैं। कई सोशल मीडिया हैंडल और पोस्ट का भी इसमें जिक्र किया गया है। सभी आरोपी पंजाब से बाहर के हैं। उन पर SC/ST अधिनियम और अन्य कानूनों की गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन पर जस्टिस बीआर गवई के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगा है।
अजीत भारती ने किया क्या था?
अजीत भारती पर आरोप है कि कथित तौर पर उन्होंने हिंदुओं को जस्टिस बीआर गवई के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उकसाया है। अजीत भारती की कथित क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
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अजीत भारती कौन हैं?
अजीत भारती स्वतंत्र पत्रकार, लेखक और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं। वह बिहार के बेगूसराय के रहने वाले हैं। वह दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थक हैं और राजनीतिक, सामाजिक, न्यायिक मुद्दों पर व्यंग्यपूर्ण वीडियो कमेंट्री करते हैं। उनके यूट्यूब चैनल 'Ajeet Bharti' पर 7 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। वह कई दक्षिणपंथी वेबसाइटों में संपादक भी रह चुके हैं। कई अदालतें उनके खिलाफ मानहानि का नोटिस दे चुकी हैं। कुछ राज्यों में FIR भी हुई है।
पंजाब सरकार क्या कह रही है?
पंजाब के मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'देश में खतरनाक दलित विरोधी माहौल के लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है। चीफ जस्टिस पर हमला सुप्रीम कोर्ट, संविधान और देश भर के लाखों दलितों पर हमला है। AAP बीजेपी की दलित विरोधी नीतियों और रणनीतियों को कभी कामयाब नहीं होने देगी।'