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क्या है खुशी नर्सिंग कॉलेज का मामला, क्यों विरोध प्रदर्शन कर रहीं छात्राएं?

हरियाणा के हिसार में नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं करीब एक महीने से आंदोलनरत हैं। कई बार विरोध प्रदर्शन के बावूजद अभी तक प्रशासन ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है। शुक्रवार को एक बार फिर छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा।

 Khushi Nursing College Case

सांकेतिक फोटो। (AI generated image)

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हरियाणा के हिसार जिले में स्थित खुशी नर्सिंग कॉलेज के प्रबंधन के खिलाफ छात्राओं का गुस्सा थमता नहीं दिख रहा है। शुक्रवार को छात्राओं ने कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और मेन गेट पर ताला जड़ दिया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। माहौल तनावपूर्ण है। जब पुलिस छात्राओं को जबरन हटाने लगी तो तीखी बहस भी हुई। पिछले कई दिनों से खुशी नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। कॉलेज संचालक पर छात्राओं के संगीन आरोप हैं। अभी तक प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया है।

 

शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन में शामिल एक छात्रा ने कहा, 'पहले हमारी शिकायत पढ़ाई और हॉस्टल से जुड़ी थी। मगर अब हम कॉलेज अथॉरिटी के सेक्शुअल और मेंटल हैरेसमेंट के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। हमारे पास सबूत हैं। वह हमें कॉलेज से बाहर नहीं जाने दे रहे हैं। हम कॉलेज चेयरमैन की गिरफ्तारी और माइग्रेशन सर्टिफिकेट चाहते हैं।'

 

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कॉलेज संचालक पर क्या आरोप लगे?

अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह कॉलेज हिसार जिले के कागसर गांव के पास स्थित है। छात्राओं का आरोप है कि शराब के नशे में कॉलेज संचालक हॉस्टल में आता है। अश्लील गानों पर छात्राओं को डांस करने को मजबूर किया जाता है। दावा है कि विरोध करने पर उन्हें धमकियां मिलती हैं। इसी उत्पीड़न के खिलाफ छात्राओं ने मोर्चा खोल रखा है। वह पिछले एक महीने से आंदोलनरत हैं।

 

 

 

छात्राओं के समर्थन में इनेलो

11 दिसंबर को इस मामले के खिलाफ इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के कार्यकर्ताओं ने भी विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने एसडीएम विकास यादव को ज्ञापन सौंप कर निष्पक्ष जांच की मांग की थी। इनेलो के राष्ट्रीय संगठन सचिव उमेद लोहान ने आरोप लगाया कि मानसिक उत्पीड़न का शिकार होने के बावजूद छात्राओं की शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। कॉलेज प्रबंधन का रवैया असंवेदनशील है।

 

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अभी तक कोई एशन नहीं

करीब 17 दिन पहले भी छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन के विरुद्ध रोष मार्च निकाला था। तब छात्राओं ने जींद-हांसी हाइवे को जाम करने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें हाइवे से पहले ही रोक लिया था। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर छात्राओं ने शुक्रवार को एक बार फिर कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। छात्राओं ने कॉलेज पर मनमाने तरीके से फीस में इजाफा करने का भी आरोप लगाया। 

 

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